श्रेष्ठ उत्तर प्रदेश (Shresth UP) | Hindi News

Follow us

Follow us

Our sites:

|  Follow us on

‘नौकरियां भाजपा के एजेंडे में हैं ही नहीं’, UPPSC परीक्षा विवाद पर अखिलेश ने योगी सरकार को घेरा

समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग परीक्षा (UPPSC) तिथियों के खिलाफ उम्मीदवारों के बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार पर निशाना साधा।
Akhilesh Yadav Takes Jibe At Yogi Govt | Shresth uttar Pradesh |

Akhilesh Yadav Takes Jibe At Yogi Govt: समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग परीक्षा (UPPSC) तिथियों के खिलाफ उम्मीदवारों के बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार पर निशाना साधा। सपा प्रमुख ने उम्मीदवारों के आंदोलन को ‘योगी बनाम प्रतियोगी छात्र’ बताया और सवाल किया कि क्या राज्य सरकार अब छात्रों के लॉज या हॉस्टल पर बुलडोजर चलाएगी।

अखिलेश यादव ने कहा कि छात्रों का उत्थान भाजपा का पतन होगा। उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि माहौल ‘योगी बनाम प्रतियोगी छात्र’ बन गया है। आज उत्तर प्रदेश में प्रतियोगी परीक्षाओं के हर उम्मीदवार, हर छात्र, हर युवा और महिला की जुबान पर एक ही बात है नौकरियां भाजपा के एजेंडे में नहीं हैं!।

‘उन्होंने चलवाया लाठी-डंडा, नौकरी नहीं जिनका एजेंडा’

अखिलेश यादव की पोस्ट में कहा गया है, “उन्होंने लाठी-डंडा चलाया, नौकरी नहीं, जिनका एजेंडा। नहीं चाहिए अनुपयोगी सरकार। भाजपा सरकार नहीं धिक्कार है। योग्य लोगों का योग्य आयोग नहीं चाहिए।”

सपा प्रमुख ने भाजपा पर सांप्रदायिक राजनीति का इस्तेमाल कर जनता का ध्यान भटकाने और उन्हें आजीविका के संघर्ष पर केंद्रित रखने के लिए आलोचना की, जिससे पार्टी के नेता भ्रष्टाचार में लिप्त रहते हैं। उन्होंने कहा कि सालों से या तो नौकरी के पद खाली पड़े हैं या परीक्षा प्रक्रिया में देरी हो रही है, उन्होंने दावा किया कि सरकार लोगों को प्रभावित करने वाले प्रमुख मुद्दों को हल करने में विफल रही है।

पोस्ट में कहा गया है, “भाजपा के लोग लोगों को आजीविका के संघर्ष में उलझाए रखने के लिए राजनीति करते हैं ताकि भाजपा के लोग सांप्रदायिक राजनीति की आड़ में भ्रष्टाचार में लिप्त रह सकें। सालों से या तो रिक्तियां जारी नहीं की गई हैं या परीक्षा प्रक्रिया पूरी नहीं हुई है।”

‘भाजपा ने छात्रों को सड़कों पर ला किया खड़ा’

अखिलेश यादव ने कहा, “भाजपा ने छात्रों को उनकी पढ़ाई की मेज से दूर करके सड़कों पर ला खड़ा किया है। ये नाराज अभ्यर्थी और उनके निराश परिवार अब भाजपा के लिए सबसे बड़ी चुनौती बन रहे हैं। नौकरीपेशा, शिक्षित मध्यम वर्ग अब भाजपा के बहकावे में आने वाला नहीं है।”

Read More: “अखिलेश का डर है, बीजेपी का अंत है”: यूपी उपचुनाव से पहले सपा नेताओं ने अमेठी में लगाए पोस्टर

यादव ने पोस्ट में आगे कहा, “अब व्हाट्सएप ग्रुपों पर भाजपा के झूठे प्रचार के शिकार हुए अभिभावकों को भी समझ आ गया है कि किस तरह भाजपा ने अपनी सत्ता बचाने के लिए उनका भावनात्मक शोषण किया है। अब ये लोग भी भाजपा की नकारात्मक राजनीति के जाल में नहीं फंसने वाले हैं और विभाजनकारी सांप्रदायिक राजनीति को नकार कर ‘जोड़ने वाली सकारात्मक राजनीति’ को अपना रहे हैं। अब कोई भी भाजपा का मानसिक गुलाम बनने को तैयार नहीं है। अब सभी को समझ आ गया है कि भाजपा सरकार में कुछ नहीं होने वाला है।”

छात्रों का उत्थान भाजपा के पतन में निहित: अखिलेश यादव

पोस्ट में कहा गया है, “छात्रों का उत्थान भाजपा के पतन में निहित है। भाजपा और नौकरियों के बीच विरोधाभासी संबंध है। नौकरियां तभी आएंगी जब भाजपा जाएगी। अब क्या भाजपा सरकार छात्रों के छात्रावासों या लॉज पर बुलडोजर चलाएगी? जिस तीव्रता से भाजपा अन्याय का बुलडोजर चला रही है, उसी तीव्रता से यदि सरकार चलाती तो आज भाजपाइयों को छात्रों के आक्रोश से डरकर अपने घरों में छिपना न पड़ता।”

अखिलेश यादव ने पोस्ट में कहा, “प्रदर्शनकारियों के आक्रोश से डरकर भाजपाइयों के घरों, दुकानों, प्रतिष्ठानों और वाहनों से भाजपा के झंडे उतार दिए गए हैं। प्रदर्शनकारी युवा जोर-जोर से पूछ रहे हैं कि ‘विश्व की सबसे बड़ी पार्टी होने का दावा करने वाली भाजपा के नेता और कार्यकर्ता अब कहां गायब हैं? क्या वे केवल समाज को बांटने के लिए ही निकलते हैं? ऐसे समय में जब छात्रों की आवाज में आवाज मिलाने का समय है, ये भाजपाई कहीं छिपकर सत्ता का लाभ उठा रहे हैं। नकारात्मक भाजपा और उसकी नकारात्मक झूठी राजनीति का समय समाप्त हो गया है।”

यूपीपीएससी कार्यालय के बाहर अभ्यर्थियों का विरोध प्रदर्शन जारी

इस बीच, मंगलवार को भी अभ्यर्थियों ने यूपीपीएससी कार्यालय के बाहर अपना विरोध प्रदर्शन जारी रखा और मांग की कि पीसीएस और आरओ/एआरओ परीक्षाएं एक ही दिन और एक ही शिफ्ट में आयोजित की जाएं। छात्र आगामी परीक्षाओं का विरोध कर रहे हैं और मांग कर रहे हैं कि परीक्षाएं पहले की तरह एक ही शिफ्ट में आयोजित की जाएं।

Read More: सीएम योगी सपा को निशाना बनाने के लिए कुछ भी नहीं सोच पा रहे हैं: अवधेश प्रसाद


संबंधित खबरें

वीडियो

Latest Hindi NEWS

uppsc protest
बैरिकेडिंग तोड़ UPPSC मुख्यालय में घुसे छात्र, डीएम और कमिश्नर भी मौजूद
IND vs SA 3rd T20
IND vs SA: भारत ने अफ्रीका को 11 रनों से दी मात, तिलक ने लगाया शानदार शतक
South Africa vs India 3rd T20
IND vs SA: भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच तीसरा टी20 मैच आज, जानें पिच रिपोर्ट
Supreme Court Issues Guidelines To Bulldozer Justice | executive and judiciary | Shresth uttar Pradesh |
सुप्रीम कोर्ट ने 'बुलडोजर न्याय' पर अंकुश लगाने के लिए जारी किए दिशा-निर्देश
Indecency with elderly woman in Air India flight | Shresth uttar Pradesh |
Air India की फ्लाइट में महिला के साथ अभद्रता, एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया को लिखा पत्र
Fatehpur Road Accident | Shresth uttar Pradesh |
कानपुर-प्रयागराज हाईवे पर बारातियों से भरी बस ट्रेलर से टकराई, हादसे में 3 की मौत; 10 घायल