Bahraich Violence: उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में दुर्गा मूर्ति विसर्जन के दौरान महसी इलाके में हुई झड़प के सिलसिले में सोमवार को विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। प्रदर्शनकारियों ने इलाके में अस्पताल और दवा की दुकानों को भी आग लगा दी। वहीं, प्रदर्शनकारियों द्वारा बाजारों में दुकानों में तोड़फोड़ करने के बाद आज इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
पुलिस के मुताबिक महसी के महाराजगंज इलाके में हुई घटना के सिलसिले में 30 लोगों को हिरासत में लिया गया है और मुख्य आरोपी की तलाश शुरू कर दी गई है। वहीं, घटना के बाद से ही पुलिस इलाके में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए रूट मार्च कर रही है।
क्या है पूरा मामला?
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, बहराइच जिले के महसी के महाराजगंज इलाके में रविवार को दुर्गा प्रतिमा विसर्जन जुलूस एक मुस्लिम इलाके से होकर मस्जिद के पास से गुजर रहा था। इस दौरान धार्मिक स्थल के सामने डीजे बजाने पर समुदाय विशेष के लोग रेहुआ मंसूर गांव के रहने वाले 22 वर्षीय राम गोपाल मिश्र को अगवा कर घर में ले गए।
इसके बाद गोली मारकर उसकी हत्या कर दी। इससे आक्रोश फैल गया। विरोध में प्रदर्शन के साथ आगजनी और पथराव हुआ था। हरदी पुलिस ने विरोध कर रहे बहुसंख्यक समाज के लोगों पर ही जमकर लाठियां चलाना शुरू कर दिया।
मस्जिद के पास से गुजर रहा था जुलूस
बहराइच की पुलिस अधीक्षक वृंदा शुक्ला ने बताया कि महसी के महाराजगंज इलाके में एक जुलूस मुस्लिम इलाके से होकर मस्जिद से गुजर रहा था। कुछ मुद्दों पर दोनों समूहों में बहस हुई। हिंदू समुदाय के एक व्यक्ति पर गोली चलाई गई, जिससे उसकी मौत हो गई और उसके बाद तनाव की स्थिति पैदा हो गई।
बहराइच एसपी ने बताया कि कई जगहों पर विसर्जन को रोका गया, जिसका कुछ शरारती तत्वों ने फायदा उठाया और उपद्रव करने की कोशिश की। महाराजगंज में एक व्यक्ति को गोली लगने की घटना में 30 लोगों को हिरासत में लिया गया है और मामला दर्ज किया गया है। फरार मुख्य आरोपी की तलाश जारी है।
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सीएम योगी ने दिए कठोर कार्रवाई के आदेश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बहराइच के महसी में माहौल बिगाड़ने की कोशिश करने वालों के खिलाफ सख्त कदम उठाने का आदेश दिया है। सीएम योगी ने सोशल मीडिया ‘एक्स’ पर पोस्ट करते हुए कहा कि बहराइच जिले के महसी में माहौल खराब करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। सभी की सुरक्षा की गारंटी है, लेकिन उपद्रवियों और जिनकी लापरवाही से यह घटना हुई, उनकी पहचान कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं। मूर्तियों का विसर्जन जारी रहेगा। प्रशासन और पुलिस अधिकारियों को मौके पर मौजूद रहने और धार्मिक संगठनों से संवाद करने के निर्देश दिए गए हैं ताकि मूर्तियों का विसर्जन समय पर हो सके।