Wolf Terror In Bahraich: यूपी में दिन पर दिन भेड़िया का खौफ बढ़ता ही जा रहा है। बहराइच जिले के 35 गांवों में भेड़िये के आतंक से लोग खौफ में हैं। अब तक भेड़ियों के झुंड ने 47 दिन में 6 बच्चों समेत 7 लोगों का अपना शिकार बनाया है, जबकि 30 लोग घायल हैं। भेड़िये का आतंक इतना बढ़ गया है कि लोग अपने घर के बाहर लाठी-डंडे लेकर पहरा दे रहे हैं।
ड्रोन और CCTV के जरिए की जा रही निगरानी
भेड़िये ज्यादातर बच्चों को ही अपना शिकार बना रहे हैं। आदमखोर भेड़ियों को ढ़ूंढ़ने के लिए वन विभाग की टीम की ओर से ड्रोन कैमरे और सीसीटीवी के जरिए निगरानी की जा रही है। 4 दिन की खोज के बाद अब तक ड्रोन कैमरे में 4 भेड़िये दिखाई दिए थे।
ड्रोन कैमरे के मदद से दिखे भेड़िये के लोकेशन पर जब वन विभाग की टीम ने खोज की तो एक भी आदमखोर भेड़िया नजर नही आया, लेकिन गांव के आसपास के लोगों का कहना है कि इस क्षेत्र में 8 से 10 आदमखोर भेड़िये हैं।
गांव वालों के साथ मिलकर काॅम्बिंग कर रहे विधायक
वहीं, लोगों के डर को देखते हुए महसी के विधायक सुरेश्रर सिंह भी अपनी बंदूक लेकर गांव वालों के साथ मिलकर काॅम्बिंग कर रहे हैं। विधायक का कहना है कि अगर भेड़िया गांव वालों पर हमला करता है, तो हम गार्ड के आने का इंतजार थोड़ी करेंगे। जनता ने मुझे चुना है और मेरी जिम्मेदारी बनती है कि इस मुश्किल समय में गांव वालों की सहायता करूं।
भेड़िए को पकड़ने के लिए लगाए गए वन विभाग के 200 कर्मचारी
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, गांव कुलैला में एक नर भेड़िया पकड़ा गया। इससे पहले भी एक मादा भेड़िया को पकड़ा गया है। वहीं, 18 अगस्त को हरदी के सिसैया चूड़ामणि में एक भेड़िये को पकड़ा गया है। अभी तक कुल 3 भेड़िये पकडे़ गये हैं।
बता दें कि वन विभाग के मुताबिक, भेड़िये के आतंक से 35 किलोमीटर का एरिया प्रभावित है। वहीं आदमखोर भेड़िये को पकड़ने के लिए वन विभाग के 200 कर्मचारी और 9 टीमों को लगाया गया है। साथ ही, बाराबंकी, कतर्निया घाट और बहराइच में भी 3 डीएफओ को लगाया गया है।
डीएम ने गांव के लोगों से की ये अपील
मंगलवार को डीएम मोनिका रानी और एसपी वृंदा शुक्ला ने पूरे गांव का दौरा किया और गांव वालों को दिलासा दिया कि जल्द ही आदमखोर भेड़िया पकड़ा जाएगा। डीएम मोनिका रानी ने बताया कि भेड़िये को पकड़ने के लिए एक नई योजना बनाई गई है। अभी तक जिन भी गांवों में वन विभाग की टीमें लगाई गई थीं, वहां पर अभी तक कोई हमला नहीं हुआ है। डीएम ने गांव के लोगों से अपील की है कि जिन लोगों के घर खेतों के पास है, वो सतर्क रहें।
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बहराइच के महसी तहसील में अधिकतर गांव घाघरा नदी के किनारे बसे हुए हैं। नदी के किनारे जंगल है। ज्यादातर भेड़िये जंगल में ही छुपे रहते हैं। वहीं, गांव के लोगों ने बताया कि पूरे एरिया में 8 से 10 भेड़िये घूम रहे हैं। रात में लाइट जाने पर सन्नाटा हो जाता है, जिसमें भेड़िये के हमले का ज्यादा डर रहता है।