उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने गुरुवार को अधिकारियों के साथ हाईलेवल मीटिंग की। इस दौरान उन्होंने प्रदेश में निर्माणाधीन और नए एक्सप्रेसवे परियोजनाओं, औद्योगिक कॉरिडोर और डिफेंस कॉरिडोर के विकास की प्रगति की समीक्षा की। साथ ही आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए।
बता दें कि योगी सरकार के नेतृत्व में बीते 7 सालों में उत्तर प्रदेश में रोड इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में अभूतपूर्व कार्य हुआ है। 2017 तक केवल दो एक्सप्रेस-वे वाले इस प्रदेश में आज छह एक्सप्रेस-वे हैं। इसके अलावा, राष्ट्रीय राजमार्ग भी सात सालों में पहले की तुलना में लगभग दोगुने हो गए हैं। आज उत्तर प्रदेश को एक्सप्रेसवे प्रदेश के रूप में नई पहचान मिल रही है।
सीएम योगी ने कहा कि मेरठ से प्रयागराज को जोड़ने वाला गंगा एक्सप्रेसवे (Ganga Expressway) हर हाल में आगामी दिसंबर तक आम जनता के लिए तैयार हो जाना चाहिए, ताकि प्रयागराज कुंभ 2025 में देश-दुनिया के श्रद्धालु गंगा एक्सप्रेसवे पर यात्रा का लाभ उठा सकें। इसके अलावा उन्होंने कहा कि गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे के निर्माण की प्रगति संतोषजनक है। गोरखपुर, संतकबीर नगर आजमगढ़ और अम्बेडकर नगर जनपद के लिए यह शानदार कनेक्टिविटी का माध्यम बनेगा। गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस का निर्माण समय रहते पूरा करा लिया जाए।
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सीएम योगी ने आगे कहा कि बुंदेलखंड एक्सप्रेस (Bundelkhand Express) को चित्रकूट से जोड़ने के लिए कार्रवाई तेज की जाए। यह बुंदेलखंड की कनेक्टिविटी को और बेहतर करने में सहायक होगा। साथ ही बेहतर कनेक्टिविटी के लिए एक्सप्रेसवे कवरेज को और विस्तार देने की आवश्यकता है। जेवर में विश्वस्तरीय एयरपोर्ट बन रहा है, इसे एक्सप्रेसवे से जोड़ा जाना चाहिए। इसके लिए, गंगा एक्सप्रेसवे से जेवर एयरपोर्ट (Jewar Airport) तक लिंक एक्सप्रेसवे का निर्माण कराया जाना चाहिए।
इसी तरह से आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे से पूर्वांचल एक्सप्रेसवे तक लिंक एक्सप्रेसवे और गंगा एक्सप्रेसवे से आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे तक वाया फर्रुखाबाद एक नया लिंक एक्सप्रेसवे बनाया जाना चाहिए। चित्रकूट लिंक एक्सप्रेसवे के साथ-साथ यह तीन नए एक्सप्रेसवे प्रदेश की तरक्की को तेज करने वाले होंगे। सभी एक्सप्रेसवे के दोनों ओर पौधे लगाए जाएं।