Elections Of Councilors In UP: लोकसभा चुनाव के नतीजे से सीख लेते हुए भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) इन दिनों मंथन के दौर से गुजर रही है। लगभग सभी बड़े नेताओं की समीक्षा में यह बात सामने आई है कि कार्यकर्ताओं में हताशा और निराशा होने के चलते उत्तर प्रदेश में पार्टी का यह हाल हुआ है। कार्यकर्ताओं की उपेक्षा के कारण पार्टी 33 सीटों पर सिमट गई और इसी के चलते अब भारतीय जनता पार्टी अपने कार्यकर्ताओं को सम्मान देने की जुगत में है। यह सम्मान निगम बोर्ड आयोग में सदस्य और अध्यक्ष के रूप में दिया जा सकता है।
गन्ना समितियां, नगर निकायों में पार्षदों के चुनाव पर चर्चा (Elections Of Councilors In UP)
पार्टी गन्ना समितियां और निकायों में पार्षदों के चुनाव पर भी मंथन कर रही है। बीजेपी में कार्यकर्ताओं की उपेक्षा को लेकर घमासान के बाद अब उनमें उम्मीद जगाई जा रही है। सरकारी आयोग बोर्ड और निगम में खाली पड़े पदों पर उनकी नियुक्ति को लेकर कवायद शुरू हो चुकी है। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी और महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह ने क्षेत्रीय अध्यक्षों और क्षेत्रीय प्रभारी के साथ बैठक कर इस की रूपरेखा खींचनी शुरू कर दी है। इसमें गन्ना समितियां और नगर निकायों में पार्षदों के चुनाव पर चर्चा की गई है।
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कार्यकर्ताओं को दिया जाएगा सम्मान (Elections Of Councilors In UP)
दरअसल, नगर निकायों में 2805 पार्षदों का चुनाव होना है। पार्टी मुख्यालय में हुई बैठक में यह तय किया गया है कि पार्टी के प्रति समर्पित कार्यकर्ताओं को सम्मान दिया जाएगा। क्षेत्रीय अध्यक्षों से नगर निकायों में पार्षदों के चुनाव वाले रिक्त पदों के साथ ही इन पर मनोनीत होने वाले कार्यकर्ताओं के नाम भी प्रदेश कार्यालय को भेजने को कहा गया है। यह भी कहा गया है कि पार्षद के लिए मनोनीत होने वाले कार्यकर्ताओं का चयन करते समय इस बात का ध्यान रखा जाए कि कोई ऐसा कार्यकर्ता ना छूट जाए जो इसका वास्तविक हकदार है। गन्ना समितियों के चुनाव के लिए भी तैयारी शुरू हो गई है। इसमें पार्टी के कार्यकर्ता को तरजीह दिए जाने की बात कही गई है।