Etawah Bank Scam: उत्तर प्रदेश के इटावा के जिला सहकारी बैंक में करोड़ों रुपये के घोटाले का मामला सामने आया है। पुलिस ने आगरा के दो चार्टर्ड एकाउंटेंट को बुधवार को गिरफ्तार किया है। दोनों को सही जांच रिपोर्ट दबाने के आरोप में पकड़ा गया है।
इस घोटाले में इसके पहले पुलिस दो शाखा प्रबंधकों, एक ज्वैलर और एक प्रधान समेत 11 आरोपियों को गिरफ्तार करके जेल भेज चुकी है। घोटाले की जांच जारी है। बाकी लोगों को भी गिरफ्तार किया जा सकता है।
करोड़ों का घोटाला करने के आरोप में दो CA गिरफ्तार
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इटावा के जिला सहकारी बैंक में 25 करोड़ रुपये के घोटाले में पुलिस ने आगरा के दो चार्टर्ड एकाउंटेंट ऋषि अग्रवाल और सीए दुर्गेश कुमारी को बुधवार को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि दोनों ने बैंक का ऑडिट किया था और संबंधित पक्ष के समक्ष रिपोर्टिंग में अनियमितताओं को उजागर नहीं किया।
जुलाई में जिला सहकारी बैंक में घोटाले की जानकारी हुई थी। 25 करोड़ के घोटाले की जानकारी पर 17 जुलाई को घटना की रिपोर्ट उपमहाप्रबंधक उमेश कुमार ने शहर कोतवाली में दर्ज करायी थी। पुलिस के अनुसार, दोनों चार्टर्ड एकाउंटेंट को आगरा से पूछताछ के लिए बुलाया गया था। पूछताछ में इनकी संलिप्तता मिलने पर गिरफ्तार कर लिया गया।
मामला दबाने के लिए दिए थे लाखों रुपये
पूछताछ में आरोपी ने बताया कि सीए दुर्गेश अग्रवाल की उन्हीं के नाम से एक फर्म है। नौरंगाबाद चौकी के पास स्थित सहकारी बैंक में दुर्गेश के भाई ऋषि ऑडिट करते थे। 2013 से 2021 तक उन्होंने मुख्यालय पर जो रिपोर्ट भेजी थी, उसमें गबन की जानकारी नहीं दी गई थी।
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घोटाले के मुख्य आरोपी अखिलेश चतुर्वेदी ने पुलिस पूछताछ में बताया था कि ऑडिटर को 70 लाख रुपये मामला दबाने के लिए दिए गए थे। इसी आरोप में पुलिस ने भाई बहन को सहकारी बैंक शाखा नौरंगाबाद के पास से बुधवार को गिरफ्तार कर लिया, जबकि ऋषि ने पुलिस पूछताछ में बताया कि उन्होंने सही रिपोर्ट मुख्यालय भेजी है।
ऑडिट रिपोर्ट में रकम की हेरफेर
कोतवाली प्रभारी विक्रम सिंह चौहान ने कहा कि ऑडिट रिपोर्ट में रकम की हेरफेर की बात छिपाई गई थी, जिससे घोटाले में इनकी संलिप्तता हो रही है। दोनों को गिरफ्तार कर पूछताछ की जा रही है। इस घोटाले में इसके पहले पुलिस दो शाखा प्रबंधकों, एक ज्वैलर और एक प्रधान समेत 11 आरोपियों को गिरफ्तार करके जेल भेज चुकी है। घोटाले की जांच की जा रही है। बाकी लोगों को भी गिरफ्तार किया जा सकता है।