Firozabad Firecracker Factory Accident: उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद जिले में मंगलवार को एक पटाखा फैक्ट्री में भयानक विस्फोट हो गया। इस हादसे में चार लोगों की मौत हो गई, जबकि कई लोग घायल हो गए। धमाका इतना भयंकर था कि पूरा मकान ढह गया और इसकी चपेट में आने से आसपास के मकानों को भी काफी नुकसान हुआ।
अब इस घटना को लेकर पुलिस ने कड़ी कार्रवाई की है। पुलिस ने एनकाउंटर में मुख्य आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि इसी ने पटाखा फैक्ट्री में रखे बारूद में आग लगाई थी, जिसके कारण इतना बड़ा हादसा हो गया।
फिरोजाबाद के अपर पुलिस अधीक्षक अखिलेश भदौरिया के मुताबिक, बीती रात भूड़ा नहर के पास पुलिस ने भूरे खान को एनकाउंटर के बाद गिरफ्तार कर लिया। वह भागने की तैयारी में था, तभी पुलिस ने उसे घेर लिया। इस दौरान भूरे खान ने अवैध तमंचे से फायर कर दिया। वहीं, पुलिस ने जवाबी कार्रवाई में गोली चलाई, जिससे भूरे खान के पैर में गोली लग गई।
फिलहाल पुलिस ने मुख्य आरोपी भूरे खान को एनकाउंटर के बाद गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी के पास से एक अवैध तमंचा भी मिला है।
क्या है पूरा मामला?
शिकोहाबाद-फिरोजाबाद मार्ग पर स्थित नौशहरा में सोमवार की रात 10 बजे तेज धमाकों से दहल उठा। गोदाम में दीपावली को लेकर स्टाक किया जा रहा था। पटाखा गोदाम में हुए ब्लास्ट से आसपास के करीब दर्जन भर मकान एक-एक करके गिरते चले गए। चारों ओर मलबा बिखरा पड़ा था, और लगभग एक दर्जन घर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुके थे। आसपास के 200 मीटर के दायरे में आने वाले घरों की दीवारें, दरवाजे और शीशे टूट गए थे।
धमाके की आवाज सुनकर आसपास का इलाका दहल उठा और चारों तरफ धूल के गुबार के साथ चीख-पुकार मच गई। आसपास के लोग बड़ी संख्या में मौके पर इकट्ठा हो गए, जिसके बाद तत्काल पुलिस को खबर दी गई। वहीं, घटना की सूचना मिलते ही पुलिस प्रशासन की टीम ने मौके पर पहुंचकर राहत एवं बचाव कार्य शुरू कर दिया।
हादसे में चार लोगों की मौत
वहीं, घायलों को इलाज के लिए संयुक्त चिकित्सालय ले जाया गया, जहां चार लोगों की मौत हो गई और दर्जनभर लोग घायल हो गए। मरने वालों में मीरा देवी (52), अमन (20), गौतम (18) और 10 वर्षीय लड़की है, जिसकी पहचान नहीं हो पाई है।
मामले की होगी कार्रवाई
घटना की जानकारी देते हुए आगरा रेंज के IG दीपक कुमार ने बताया था कि SDRF की टीम भी मौके पर पहुंच रही है, हम तेजी से बचाव अभियान चला रहे हैं। यहां से 10 लोगों को निकाला गया है, जिनमें से 6 लोगों का इलाज चल रहा है और 4 लोगों की मौत हो गई है।
दीपक कुमार ने आगे बताया कि रिहायशी इलाकों इस तरह के गोदाम का लाइसेंस नहीं दिया जाता है। इसके नाम पर स्टोरेज का लाइसेंस गांव से काफी दूर एक जगह पर दिया गया था। इस तय जगह पर कोई लाइसेंस नहीं दिया गया था। निश्चित तौर पर मामले में कार्रवाई की जाएगी। अभी हमारी प्राथमिकता लोगों को बचाना है।