PM Sheikh Hasina Arrive Hindon Airport: बांग्लादेश में हिंसक प्रदर्शन के बीच शेख हसीना भारत पहुंच चुकी हैं। शेख हसीना का विमान गाजियाबाद के हिंडन एयरपोर्ट पर उतरा। उनका विमान करीब 5:36 बजे लैंड किया। एयरपोर्ट पर शेख हसीना का स्वागत एयरफोर्स के अधिकारियों ने किया। सूत्रों के मुताबिक, हसीना यहां से लंदन के लिए रवाना हो सकती हैं।
Bangladesh PM Sheikh Hasina has landed at Hindon Air Base in a C-130 transport aircraft. The aircraft will be parked near the Indian Air Force’s C-17 and C-130J Super Hercules aircraft hangars. The aircraft movement was monitored by Indian Air Force and security agencies from its… pic.twitter.com/TgkeZlNyvu
— ANI (@ANI) August 5, 2024
सड़क के रास्ते ले जाया जाएगा शेख हसीना को दिल्ली
शेख हसीना को हिंडन एयरबेस पर वायुसेना के अधिकारियों ने रिसीव किया। यहां से उन्हें कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच निकाला गया है। सूत्रों से पता चला है कि उन्हें कुछ देर के लिए गाजियाबाद के गेस्ट हाउस में रखा जाएगा। इसके बाद उन्हें सड़क के रास्ते से दिल्ली ले जाया जाएगा।
एयर इंडिया ने एक्स पर किया ट्वीट
बांग्लादेश में उभरती स्थिति को देखते हुए, हमने ढाका से आने-जाने वाली अपनी उड़ानों का निर्धारित संचालन तत्काल प्रभाव से रद्द कर दिया है। हम लगातार स्थिति पर नजर रख रहे हैं और ढाका से आने-जाने के लिए कन्फ़र्म बुकिंग वाले अपने यात्रियों को सहायता प्रदान कर रहे हैं, जिसमें पुनर्निर्धारण और रद्दीकरण शुल्क पर एक बार की छूट शामिल है। हमारे मेहमानों और चालक दल की सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। अधिक जानकारी के लिए कृपया हमारे 24/7 संपर्क केंद्र पर 011-69329333/011-69329999 पर कॉल करें।
कौन हैं शेख हसीना?
शेख हसीना का जन्म 28 सितंबर 1947 को हुआ था। शेख हसीना बांग्लादेश के संस्थापक शेख मुजीबुर रहमान की सबसे बड़ी बेटी हैं। शेख हसीना की पूर्वी बंगाल के तुंगीपाड़ा में स्कूली पढ़ाई-लिखाई हुई। कुछ समय तक सेगुनबागीचा में भी रहीं। फिर उनका पूरा परिवार बांग्लादेश की राजधानी ढाका में रहने लगा।
ऐसे हुई राजनीति में शेख हसीना की एंट्री
शेख हसीना की शुरुआत में राजनीति में कोई दिलचस्पी नहीं थी। साल 1966 में जब वह ईडन महिला कॉलेज में पढ़ रही थीं, तब उनकी राजनीति में दिलचस्पी जगी। स्टूडेंट यूनियन का चुनाव लड़कर वाइस प्रेसिडेंट बनीं। इसके बाद उन्होंने अपने पिता मुजीबुर रहमान की पार्टी आवामी लीग के स्टूडेंट विंग का काम संभालने का फैसला किया।