Jatayu Conservation and Breeding Centre: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ राजगिद्ध (रेड हेडेड वल्चर) के संरक्षण के लिए 6 सितंबर को गोरखपुर वन प्रभाग के कैम्पियरगंज रेंज में स्थापित ‘जटायु संरक्षण एवं प्रजनन केंद्र’ का उद्घाटन करेंगे। वहीं, मानीराम क्षेत्र के सोनबरसा गांव में 634.66 करोड़ रुपये की पांच विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे।
जटायु के वंशजों के अस्तित्व पर संकट
राजगिद्ध जटायु की गाथा तो रामायण काल से ही प्रसिद्ध हैं, लेकिन पर्यावरणीय खतरे के चलते जटायु के वंशजों के अस्तित्व पर ही संकट आ गया। योगी सरकार ने इस संकट को दूर करने करने के लिए संकल्प लिया है।
राजगिद्ध के संरक्षण और संवर्धन के लिए गोरखपुर वन प्रभाग के कैम्पियरगंज (भारीवैसी) में जटायु संरक्षण व संवर्धन केंद्र बनाया गया है। इस केंद्र के जरिये राजगिद्धों की संख्या बढ़ेगी ही, साथ ही इन जीवों को देखने के लिए सैलानियों की आमद बढ़ने से ईको टूरिज्म को भी बढ़ावा मिलेगा।
जानें राजगिद्ध संरक्षण केंद्र की खासियत
जानकारी के मुताबिक, जटायु संरक्षण एवं प्रजनन केंद्र को 2 करोड़ 80 लाख 54 हजार रुपये की लागत से तैयार किया गया है। इसमें ब्रीडिंग एवरी, हॉस्पिटल एवरी, होल्डिंग एवरी, वेटनरी सेक्शन, नर्सरी एवरी, रिकवरी एवरी, प्रशासनिक भवन, गार्डरूम, जेनरेटर रूम और पाथवे का निर्माण किया गया है।
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CCTV कैमरों से होगी निगरानी
जटायु संरक्षण एवं प्रजनन केंद्र में कुल 8 स्टाफ कार्यरत हैं। जटायु संरक्षण केंद्र में कुल 6 राजगिद्धों (नर एवं मादा) को लाया जा चुका है। यहां राजगिद्धों गिद्धों की निगरानी CCTV कैमरों से की जाएगी।
गोरखपुर के प्रभागीय वनाधिकारी (डीएफओ) विकास यादव ने बताया कि पांच हेक्टेयर जमीन पर बनाए गए इस केंद्र के लिए बॉम्बे नेचुरल हिस्ट्री सोसायटी और प्रदेश सरकार के बीच में समझौता हुआ है। इस जटायु संरक्षण केंद्र में आने वाले आठ-दस साल में 40 जोड़े राजगिद्ध छोड़े जाने का लक्ष्य है।