Hathras Stampede Accident: उत्तर प्रदेश के हाथरस में नारायण साकार हरि उर्फ सूरजपाल के सत्संग कार्यक्रम के दौरान मची भगदड़ में 121 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई थी, जबकि सैकड़ों लोग घायल हो गए थे। इस मामले से जुड़े हर दिन नए खुलासे हो रहे हैं। इसी बीच अब सामने आया है कि नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा हमेशा कुंवारी लड़कियों के बीच रहता था।
बाब को लाल रंग था बेहद पसंद
जानकारी के मुताबिक, सूरजपाल को लाल रंग बहुत पसंद था, जिसके कारण जो भी लड़की बाबा के सत्संग में जाती थी, उसे आयोजन समिति के द्वारा स्पेशल लाल पोशाक दी जाती थी। इस बात का खुलासा खुद सूरजपाल के सत्संग में जाने वाली महिलाओं ने किया है।
महिलाओं के मुताबिक, आयोजन समिति द्वारा दी गई लाल पोशाक पहनकर ही लड़कियां सत्संग में जाती थीं और नृत्य करती थीं। महिलाओं का कहना है कि बाबा हमेशा काले रंग के महंगे चश्मे पहनते थे, जिसमें लड़कियों को भगवान का रूप दिखता था। इतना ही नहीं, सूरजपाल के इर्द-गिर्द रहने वाली लड़कियां उसे अपना पति मानती थीं। लड़कियां बाबा का सम्मान करती थीं और उनकी एक आवाज पर कुछ भी करने के लिए तैयार हो जाती थीं।
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केवल कुंवारी लड़कियां थीं बाबा की शिष्याएं
महिलाओं ने बताया कि केवल कुंवारी लड़कियां ही बाबा की शिष्याएं थीं। इसके लिए लड़कियों को बाबा से खासतौर पर दीक्षा लेनी पड़ती थी। वहीं, सुहागिन महिलाओं को बाबा अपने पास तक आने नहीं देते थे। बाबा के आश्रम के इलाके में रहने वाले लोगों का कहना है कि उसका पूरा कामकाज लड़कियां ही संभालती थीं। बाबा की शिष्याएं ही उनके नहाने के लिए नीम के पानी की व्यवस्था करती थीं। यहां तक की लड़कियां ही हमेशा बाबा को खाना खिलाया करती थीं।