Hathras Stampede: उत्तर प्रदेश के हाथरस में दर्दनाक हादसे के बाद पुलिस ने नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा के आयोजकों की धड़पकड़ शुरू कर दी है। पुलिस आयोजकों के खिलाफ FIR दर्ज कर उनकी जांच पड़ताल में जुटी है। इस घटना के बाद से अब तक 6 लोग पकड़े जा चुके हैं। लेकिन पुलिस को सत्संग कार्यक्रम के मुख्य आरोपी देवप्रकाश मधुकर की तलाश है। बताया जा रहा है कि हाथरस सत्संग कार्यक्रम का आयोजन देवप्रकाश के द्वारा किया गया था। घटना के बाद उसने ही बाबा से फोन पर देर तक बात की थी।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, हाथरस में हुए इस भयानक हादसे के बाद से देवप्रकाश अपने घर नहीं लौटा है। इतना ही नहीं, उसके परिवार के सभी सदस्य भी लापता है। देवप्रकाश मधुकर सिकंदरा राऊ इलाके के दामादपुरा की नई कॉलोनी का निवासी है। घटना के बाद से उसके घर के दरवाजे पर ताला लटका हुआ था। परिवार का कोई भी सदस्य घर में मौजूद नहीं था। वहीं, आस-पास के लोगों का कहना है कि घटना के बाद से यहां कोई नहीं आया है। माना जा रहा है कि देवप्रकाश मधुकर समेत परिवार के सभी लोग फरार हो गए हैं।
कौन है देवप्रकाश मधुकर ?
देवप्रकाश मधुकर के बारे में कहा जाता है कि वह जूनियर इंजीनियर था, लेकिन बाद में नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा का बड़ा भक्त बन गया। वह करीब 20 साल से बाबा से जुड़ा हुआ है। उसकी सेवा भाव को देखकर ही भोले बाबा ने करीब 20 साल पहले उसे अपने सत्संगों का मुख्य आयोजनकर्ता बना दिया था। हाथरस सत्संग में पंडाल बनवाने से लेकर बिजली, पानी, स्वास्थ्य की सुविधाएं और पंडाल के अंदर सुरक्षा का जिम्मा भी उसी के कंधों पर था। हादसे वाले दिन पंडाल में उसे बाबा के साथ देखा भी गया था, लेकिन उसके बाद से कोई अता-पता नहीं है। माना जा रहा है कि उसकी गिरफ्तारी के बाद हाथरस घटना से जुड़े कई खुलासे हो सकते हैं।
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हाथरस पुलिस ने मुख्य आरोपी देव प्रकाश मधुकर पर 1 लाख का इनाम घोषित किया है। ऐसे में जल्द ही अब उसके खिलाफ कोर्ट से गैर जमानती वारंट जारी कराया जाएगा। फिलहाल पुलिस ने गुरुवार को छह सदस्य राम लड़ैत यादव, उपेंद्र सिंह यादव, श्रीमती मंजू यादव, मंजू देवी यादव, मेघ सिंह और उमेश कुमार को गिरफ्तार कर लिया है।