Jhansi: झांसी कें नवोदय स्कूल में पढ़ने वाली क्लास 9वीं की छात्रा ने शनिवार को हॉस्टल में रेलिंग से लटककर सुसाइड कर लिया, पीड़िता का नाम अनुष्का था उम्र 14 साल पीड़िता के पिता ने बताया कि बेटी ने 3 साल पहले ही नवोदय स्कूल में एडमिशन लिया था, स्कूल में सीनियर के परेशान करने के कारण बेटी ने सुसाइड किया।
2 दिन से परेशान कर रही थी सीनियर छात्राएं
पिता ने बताया कि शुक्रवार की रात करीब 9 बजे बेटी की कॉल आई ,बेटी रो रही थी, हमने कई बार उसे पूछा कि क्यों रो रही हो तब उसने बताया कि स्कूल की ही 12वीं क्लास की 2 छात्राएं मुझे बहुत परेशान कर रही है, छात्राओं ने मुझे मेस से खाना लाने के लिए बोला जब मैं खाना लेकर आई तो छात्राएं मुझ पर गुस्सा करने लगी,और मुझे गालियां देने लगी, बोला कि 2 लोगों के लिए इतना कम खाना क्यों लाई हो,मैंने बोला कि मै दोबारा से खाना लेते आ रही हूं लेकिन छात्राओं ने मेरा साथ गलत बर्ताव किया,आप आकर मुझे सुबह यहां से ले जाना,जिसके बाद मैनें वहां कि सीनियर छात्रा से बात कि उसे समझाया और उसने बोला कि दोबारा से ऐसा नही होगा।
जिसके बाद बेटी ने दूसरे दिन शनिवार की सुबह 7 बजे कॉल करके बताया कि अब मुझे लेने मत आना,पिता ने बताया कि इस मामले का जानकारी स्कूल के प्रबंधन को पता चला, तब उन्होनें छात्राओं को डांट लगाई और कहा कि दोबारा ऐसा हुआ तो परीक्षा में नंबर कम आयेगा,परीक्षा में नंबर कम आने के डर से छात्राओं ने फिर पीड़िता को धमकाया और कहा कि अगर हमारे नंबर कम आये तो तुम्हारे लिए अच्छा नही होगा।
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बेटी बहुत डर गई थी,और उसने शनिवार की शाम (Jhansi) को करीब 7 बजे मां को कॉल करके रोने लगी और बताया कि उन छात्राओं ने दोबारा से मुझे बहुत परेशान किया,और मुझे धमकी दे रही है,तब बेटी को मां ने बहुत समझाया और पूछा कि तुमने खाना खाया, जिस पर पीड़िता ने जवाब दिया कि खाने ही जा रही हूं,और कॉल काट दिया,और हॉस्टल की सीढ़ियों पर बनी रेलिंग से लटकर सुसाइड कर लिया।
पुलिस कर रही है मामले की जांच (Jhansi)
घटना की सूचना मिलते ही लखनऊ के नवोदय विद्यालय समिति के असिस्टेंट कमिश्नर ने एनएल पांडेय ने झांसी स्कूल पहुंच कर मामले की जाचं शुरू कर दी गई है,इस मामले में जो भी दोषी होगा उससे कड़ी सी कड़ी सजा दी जायेगी,इस घटना के बाद हॉस्टल की छात्राएं बहुत डर गयी है, हॉस्टल के कई छात्राओं के परिवार वाले अपने बच्चों को अपने साथ घर लेकर चले गये हैं,वही पीड़िता के परिवार वालों का बहुत बुरा हाल है।