Jhansi Bundelkhand University: उत्तर प्रदेश के झांसी जिले की बुंदेलखंड यूनिवर्सिटी में आधी रात अचानक गर्ल्स हॉस्टल की छात्राओं के हंगामा करने का मामला सामने आया है। छात्राओं ने कुलपति आवास के गेट पर जमकर नारेबाजी की। रात करीब 2 बजे तक ये हंगामा चलता रहा।
क्या है पूरा मामला?
जिला झांसी के बुंदेलखंड यूनिवर्सिटी के झलकारीबाई गर्ल्स हॉस्टल में रविवार 15 सितंबर को रात करीब 11 बजे एक छात्रा की अचानक तबीयत खराब हो गई, जिसके बाद हॉस्टल की छात्राओं ने यूनिवर्सिटी की ही एम्बुलेंस को बुलाने की कोशिश की लेकिन कोई सहायता नहीं मिली। फिर छात्राओं ने वार्डन को फोन मिलाया, लेकिन वार्डन की तरफ से कोई रिस्पांस नहीं मिला, जिसके बाद छात्राएं मिलकर ऑटो से बीमार छात्रा को हॉस्पिटल लेकर गईं।
सुबह कोई भी छात्राओं से मिलने नहीं आया और रात को हॅास्टल के खाने में कीडे़ निकले, जिस कारण छात्राओं का गुस्सा और बढ़ गया। इसके बाद छात्राएं एकजुट होकर कुलपति आवास की तरफ जाने लगी, लेकिन वहां के गार्ड ने मेन गेट को बंद कर दिया। फिर छात्राओं ने गेट के बाहर ही धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया।
गर्ल्स हॉस्टल की छात्राओं के धरना प्रदर्शन की जानकारी मिलते ही परीक्षा नियंत्रक राजबहादुर, चीफ प्रॉक्टर प्रो. आरके सैनी मौके पर पहुंचे। हॅास्टल की छात्राओं से परेशानी पूछी और जल्द से जल्द समस्या का समाधान करने की बात कही, लेकिन छात्राओं ने उनकी बातें नहीं सुनी।
छात्राओं ने बताया कि वो बहुत दिनों से इस समस्या से परेशान हैं। इससे पहले भी वे 3 दिन भूख हड़ताल पर थी, लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई। इसलिए हमें आज एक बार फिर अपनी समस्या के समाधान के लिए रोड पर आकर धरना प्रदर्शन करना पड़ा।
छात्राओं ने बताई हॉस्टल की परेशानियां
छात्राओं ने बताया कि हॅास्टल के मेस के खाने की क्वालिटी बहुत ही खराब है। खाने में कभी कीड़े तो कभी सुपारी तो कभी कीले निकलती हैं। साफ सफाई का भी कोई ध्यान नहीं दिया जाता है। गर्ल्स हॉस्टल के बाथरूम की कोई भी कुंडी बन्द ही नहीं होती है, जिस कारण हमें बहुत परेशानी होती है।
पानी की व्यवस्था भी सही नहीं है। 4 फ्लोर पर सिर्फ 2 ही वाटर क्लूर हैं। हमें पानी लेने के लिए दूसरे हॅास्टल में जाना पड़ता है, तो हमारी वार्डन हम पर गुस्सा करती है। अगर रात में किसी भी छात्रा की तबीयत खराब हो जाए तो वार्डन कॉल नहीं उठाती है। यूनिवर्सिटी की एंबुलेस भी नहीं मिलती और हमें सरकारी एंबुलेस को भी बुलाने नहीं दिया जाता है।
हॉस्टल की वार्डन का बर्ताव छात्राओं के साथ बहुत खराब है। हम कोई भी समस्या बतातें है तो वो बात नहीं सुनती और हमेशा डांटती रहती है। वार्डन को तुरंत हटाया जाए।
वहीं, चीफ प्रॉक्टर प्रो. आरके सैनी ने बताया कि छात्राओं से बात की गई है। अभी कुलपति बाहर हैं। कुलपति ने छात्राओं से बात करने के लिए उन्हें मंगलवार 17 सितंबर को ऑफिस बुलाया है।