Nawab Singh Yadav: उत्तर प्रदेश के कन्नौज जिला में 15 साल की नाबालिग के कपड़े उतारने और रेप की कोशिश करने का मामला सामने आया था। इस मामले के आरोपी नवाब सिंह यादव को गिरफ्तार कर लिया गया है।
नवाब सिंह सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव व सांसद डिंपल यादव का करीबी माना जाता है। सोमवार को कोर्ट ने नवाब को 14 दिन के लिए जेल भेजा है।
पीड़िता की बुआ नेताओं के साथ उठना बैठना
बता दें कि पीड़िता की बुआ कन्नौज की रहने वाली है। वो पिछले 8 साल तक सपा में रही। इस लोकसभा चुनाव से उसने भाजपा ज्वाइन कर लिया है। गांव के लोगों ने बताया कि बुआ का कई नेताओं के साथ उठना बैठना है।
वह आरोपी नवाब सिंह को पहले से जानती है। पीड़िता की बुआ गांव के कई लोगों को योजना का लाभ दिलाने का झांसा देकर उनको ठग चुकी है।
‘नौकरी लगाने के लिए आरोपी नवाब ने मुझे बुलाया’
पीड़िता के दादा दादी पिछले कुछ सालों से गांव में रह रहे हैं। पीड़िता भी कुछ समय से अपनी बुआ के साथ आती-जाती दिखाई देती थी।
पीड़िता ने पूछताछ में बताया कि मेडिकल कॉलेज में नौकरी लगाने के लिए आरोपी नवाब ने मुझे अपने कॉलेज चंदन महाविद्यालय बुलाया था। वहां पहुंच कर हम नवाब से मिले।
फिर जब बुआ बाथरूम गयी तो नवाब ने मेरे कपड़े उतार दिए और मेरे सीने पर हाथ भी रखा। बुआ के आने पर मैने बुआ को सारी घटना बताई, तब बुआ ने तुरंत अपना मोबाइल मुझे दिया और कहा कि 112 पर कॉल करो। मैने तुरंत 112 पर कॉल का दी।
FIR में कुछ बातें निकल कर आयी सामने
एफआईआर के दौरान कुछ बातें निकल कर सामने आयी हैं, जिसमें बताया गया है कि पीड़िता लखनऊ से रात 11 बजे तिर्वा स्थित चंदन महाविद्यालय पहुंची। जबकि पुलिस जब वीडियों में पूछताछ कर रही है, तब पीड़िता रात के 9 बजे का समय बता रही है। वहीं, एसपी कन्नौज अमित कुमार आनंद का कहना है कि पीड़िता ने करीब रात 1.35 बजे 112 पर कॉल किया था।
अयोध्या के बाद कन्नौज में सपा नेता गिरफ्तार, नाबालिग से दुष्कर्म का आरोप
मामले को लेकर सियासत तेज
फिलहाल इस मामले में सियासत तेज हो गई है। कन्नौज के पूर्व सांसद सुब्रत पाठक ने कहा कि सपा नेता नौकरी देने के बहाने लड़की के साथ दुष्कर्म का प्रयास कर रहे हैं। समाजवादी पार्टी का मूलमंत्र बन गया है कि जितना बड़ा अपराध उतनी बड़ी समाजवादी पार्टी।
पहले अयोध्या और अब कन्नौज में इस तरह की घटना होने के बाद पार्टी का नाम बलात्कारी पार्टी होना चाहिए। अभी तक जो भी आरोपी पकड़े गए वो सपा पार्टी के होने के साथ-साथ अखिलेश यादव के करीबी भी हैं।