Kanpur Crime News: उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में दारोगा का चलती कार में लड़की के साथ बैडटच का मामला सामने आया है। साथ ही दारोगा पर चोरी का भी आरोप है। पूरे मामले में दारोगा को सस्पेंड कर दिया गया है।
क्या है पूरा मामला?
कानपुर में फेथफुलगंज के थाना रेलबाजार के एक हाते में पीड़िता और उसका पूरा परिवार रहता है। पीड़िता के पिता का इंतकाल हो गया है। पीड़िता की मां के दो बेटे और बेटियां हैं। 22 सिंतबर को पीड़िता अचानक घर से गायब हो गयी। पीड़िता की मां ने बेटी की गुमशुदगी की रिपोर्ट 22 सितंबर को थाना रेलबाजार में दर्ज कराई।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पूरे मामले की जिम्मेदारी फेथफुलगंज के चौकी इंचार्ज गजेंद्र सिंह को दी गयी, जिसके बाद लड़की का पता लगाने के लिए चौकी इंचार्ज ने लड़की का मोबाइल नंबर सर्विलांस पर लगाया। लड़की की लोकेशन मुंबई निकली। चौकी इंचार्ज और पुलिस की टीम लड़की के भाई के साथ मुंबई के लिए निकल गये, फिर 8 अक्टूबर को मुंबई थाना मांडवी क्षेत्र से पुलिस को युवती मिली।
युवती को लेने के बाद सभी मुंबई के लिए निकल गये। इसके बाद चौकी इंचार्ज ने भाई को नासिक में उतरने को कहा और कहा कि तुम यही उतर जाओ और ट्रेन से कानपुर पहुंच जाओ। हमें जिला झांसी में एक और लड़की को बरामद करना है, जिसके बाद हम कानपुर आयेगें। 9 अक्टूबर को भाई ट्रेन से नासिक से कानपुर पहुंचा, लेकिन चौकी इंचार्ज गजेंद्र सिंह 10 अक्टूबर को कार से कानपुर पहुंचे। फिर बहन ने बताया कि जब नासिक में भाई के उतरने से लेकर कानपुर पहुंचने तक चौकी इंचार्ज गजेंद्र सिंह मेरा साथ अश्लीलता करता रहा।
पुलिस अधिकारियों ने मामले को छुपाया
पूरे मामले की शिकायत पीड़िता ने थाने में कि लेकिन अधिकारियों ने मामले को दबा दिया और फिर चौकी इंचार्ज गजेंद्र सिंह को 15 अक्टूबर को लाइन हाजिर कर दिया, लेकिन जैसे ही ये बात 21 अक्टूबर सोमवार को मीडिया में आई, इसके बाद पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार ने चौकी इंचार्ज गजेंद्र सिंह को सस्पेंड कर दिया। साथ ही जांच के आदेश दिये।
अपने पति के साथ रहना चाहती है युवती
वहीं पीड़िता से पूछताछ करने पर पीड़िता ने बताया कि वो अपने पति के साथ रहना चाहती है, दोनों पहले ही कोर्ट मैरिज कर चुके है, वो वापस अपने घर नहीं जाना चाहती है, उसने ये भी बताया कि वो किसी भी दबाव से ऐसा नही कह रही है, जिसके बाद वह अपने पति के साथ वापस मुंबई चली गई।
भाई ने दिखाया नासिक का टिकट
पीड़िता के भाई से जब पुलिस ने पूछताछ की तो भाई ने बताया कि 9 अक्टूबर को मुझे ट्रेन से कानपुर भेज दिया गया, जबकि पुलिस की टीम मेरी बहन को 10 अक्टूबर को कार से लेकर कानपुर पहुंची। फिर चौकी इंचार्ज गजेंद्र सिंह ने मुझे कॉल करके थाने बुलाया और मुझसे जबरजस्ती लिखवाया कि हम पुलिस टीम के साथ ही कार से मुंबई से कानपुर तक आये हैं। नासिक से कानपुर तक टिकट भी पीड़िता के भाई ने पुलिस को दिखाया।
मामले की जानकारी होते हुए भी लापरवाही
चौकी इंचार्ज गजेंद्र सिंह के खिलाफ लड़की के साथ बैड टच और 25 लाख जेवर चोरी करने जैसे मामलों में डीसीपी पूर्वी श्रवण कुमार सिंह ने जानकारी होते हुए भी लापरवाही की। चौकी इंचार्ज गजेंद्र सिंह के खिलाफ केवल काम में लापरवाही दिखाने के मामले में लाइन हाजिर कर दिया। पूरे मामले में डीसीपी ने अधिकारियों को कोई जानकारी नहीं दी, जिसके बाद पुलिस कमिश्नर ने चौकी इंचार्ज गजेंद्र सिंह को संस्पेड कर दिया है। साथ ही डीसीपी ईस्ट श्रवण कुमार सिंह को फटकार भी लगाई है।