लोकसभा चुनाव 2024 के परिणाम के बाद से ही योगी सरकार एक्शन में है। इसी कड़ी में सीएम योगी ने गुरुवार को लोक निर्माण विभाग के कामकाज की समीक्षा बैठक ही। इस दौरान उन्होंने 50 साल पुराने प्रदेश के सभी पुलों का बारीकी से निरीक्षण करने के निर्देश जारी किए। उनके सुपर स्ट्रक्चर, पियर की स्थिति, सेतुओं के वाटर-वे में ब्लाकेज, पियर के साइड में स्कावर होल, सेतु के एबटमेन्ट ढाल और बोल्डर का परीक्षण किया जाएगा। असुरक्षित पुल को तत्काल यातायात के लिए बंद किया जाएगा।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि सात साल में प्रदेश की रोड कनेक्टिविटी में अभूतपूर्व विस्तार हुआ है। सात साल में स्टेट हाइवे 7002 किमी से बढ़कर 10214 किमी हो गया है। जबकि ग्रामीण मार्गों की लंबाई 1,87,517 किमी से बढ़कर 1,93,581 किमी हो गई है। प्रदेश में प्रतिदिन औसतन 9 किलोमीटर मार्गों का चौड़ीकरण हो रहा है। हर दिन गांवों में लगभग 11 किमी नई सड़क बन रही है। इस रफ्तार को और तेज करने के निर्देश दिए।
इसके अलावा सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के अंतरराज्यीय और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पड़ने वाले मार्गों पर भव्य और दिव्य द्वार पूरा करने के आदेश दिए। सड़कों के पुराने मैटेरियल को रीसाइकिल कर दोबारा प्रयोग की तकनीक की सराहना करते हुए योगी ने कहा कि देश में सबसे पहले यूपी पीडब्ल्यूडी ने इस तकनीक का प्रयोग किया है। उन्नाव में इस तकनीक से पुराने मार्ग को रीसाइकिल कर सीमेंटेड बेस और कानपुर देहात में एडिटिव का प्रयोग कर निर्माण कार्य कराया गया था।