उत्तर प्रदेश की सियासत में इन दिनों खलबली मची हुई है। चर्चा है कि यूपी बीजेपी में कुछ भी ठीक नहीं चल रहा है। हालांकि, इसको लेकर पार्टी की तरफ से कोई भी रिएक्शन सामने नहीं आया है। लेकिन इन सबके बीच सपा मुखिया ने मानसून ऑफर दे डाला। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर पोस्ट करते हुए लिखा- 100 लाओ, सरकार बनाओ!। अखिलेश के इस पोस्ट से पूरे राज्य में हलचल मच गई है।
इससे पहले, अखिलेश यादव ने कहा था कि भाजपा की कुर्सी की लड़ाई की गर्मी में यूपी में शासन-प्रशासन ठंडे बस्ते में चला गया है। अखिलेश ने कहा था कि तोड़फोड़ की राजनीति का जो काम भाजपा दूसरे पार्टियों में करती थी, अब वही काम वो अपने पार्टी के साथ कर रही है। इसीलिए भाजपा अंदरूनी झगड़ों के दलदल में धंसती जा रही है। भाजपा में जनता के बारे में सोचने वाला कोई नहीं है।
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केशव प्रसाद मौर्य ने दिया था जवाब
Akhilesh Yadav के इस बयान पर डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने पलटवार करते हुए कहा था कि देश और प्रदेश दोनों जगहों पर भाजपा की मजबूत संगठन और सरकार है। समाजवादी पार्टी का पीडीए धोखा है। साथ ही उन्होंने दावा किया था कि यूपी में सपा के गुंडाराज की वापसी असंभव है।
हाल ही में हुई बीजेपी की प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में यह बात सामने आई थी कि बीजेपी के नेताओं की आपस में नहीं बन रही। इस बैठक में डिप्टी सीएम केशव मौर्य ने कहा था कि संगठन सरकार से बड़ा है। कार्यकर्ताओं का दर्द मेरा दर्द है। वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि अति आत्मविश्वास ने लोकसभा चुनावों में बीजेपी को नुकसान पहुंचाया है। उन्होंने कहा था, “2014 और उसके बाद के चुनावों में बीजेपी के पक्ष में जितने प्रतिशत वोट थे, बीजेपी 2024 में भी उतने ही वोट हासिल करने में सफल रही है, लेकिन वोटों की शिफ्टिंग और अति आत्मविश्वास ने हमारी उम्मीदों को नुकसान पहुंचाया है।”
केशव मौर्य को जेपी नड्डा ने कही थी ये बात
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने डिप्टी सीएम केशव मौर्य से दिल्ली में मुलाकात की थी। खबरों की मानें तो नड्डा ने केशव मौर्य से कहा था कि यूपी में सरकार और संगठन साथ-साथ काम करें। ऐसी कोई बयानबाजी नहीं होनी चाहिए, जिससे जनता में ये मैसेज जाए कि पार्टी में अंदरूनी कलह है।