अयोध्या के चतुष्कोणीय विकास के लिए यूपी सरकार के साथ केंद्र सरकार भी पूरी क्षमता से जुटी है। ऐसे में सोमवार को एक सवाल उठ खड़ा हुआ कि क्या लखनऊ की जगह अयोध्या भविष्य में यूपी की राजधानी बनेगी? यह सवाल जिस मंच पर उठा है उस पर लोकसभा के स्पीकर ओम बिड़ला और राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के साथ उनकी पूरी कैबिनेट मौजूद थी।
वहीं उसी मंच पर मौजूद श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष गोविंद देव गिरी ने अपने संबोधन में बिना किसी लाग लपेट के कहा कि जिस ढंग से अयोध्या का विकास हो रहा है और जिस तरह से पूरे विश्व की चेतना अयोध्या की तरफ खिंची चली आ रही है, पूज्य मुख्यमंत्री योगी जी के मन में ऐसा विचार ना आ जाए कि क्यों ना उत्तर प्रदेश की राजधानी अयोध्या को ही बना दिया जाए। यह असंभव नहीं है, यह हो सकता है। यही नहीं लोकसभा के स्पीकर ओम बिड़ला और राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने भी अयोध्या के रामराज्य और सप्तपुरियो में प्रमुख बताकर बड़े संकेत दे दिए।
राजस्थान के अखिल भारतीय महर्षि सेवा सदन का अयोध्या में भूमि पूजन कार्यक्रम था। इसी कार्यक्रम में राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा अपनी पूरी कैबिनेट के साथ पहुंचे थे। लोकसभा के स्पीकर ओम बिड़ला भी इसी कार्यक्रम में शामिल होने आए थे। उनके साथ मुख्य अतिथि की भूमिका में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष गोविंद देव गिरी भी मौजूद थे। अपने संबोधन में उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा यूपी की राजधानी लखनऊ की जगह अयोध्या को बनाए जाने की संभावना जताते हुए कहा कि ऐसा हो सकता है और यह असंभव नहीं है।
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष गोविंद देव गिरी ने कहा कि जिस ढंग से अयोध्या का विकास हो रहा है और जिस तरह से पूरे विश्व की चेतना अयोध्या की तरफ खिंची चली आ रही है, पूज्य मुख्यमंत्री योगी जी के मन में ऐसा विचार ना आ जाए कि क्यों ना उत्तर प्रदेश की राजधानी अयोध्या को ही बना दिया जाए। यह असंभव नहीं है, यह हो सकता है। यह हो या ना हो लेकिन विश्व की सांस्कृतिक चेतना संसार अनुभव करेगा। क्योंकि विश्व का कल्याण धर्म से है धर्म के अधिष्ठान श्रीराम हैं, हनुमान जी श्रीराम की उपासना में किसी पद्धति के अधिष्ठान नही है, सारे के सारे जीवन मूल्य भगवान श्री राम में देखने को मिलते हैं और इसीलिए कोई किसी भी धर्म का होगा। किसी भी पूजा पद्धति को अपनाने वाला होगा उसको आदर्श जीवन तो राम से ही सीखना पड़ेगा और यह संदेश अयोध्या से जाने वाला है और यह संदेश जब अयोध्या से जाएगा।
लोकसभा के स्पीकर ओम बिड़ला ने जो कुछ कहा उसमे दो लाइनें भी काफी कुछ कहती दिखाई देती है। उन्होंने कहा कि भगवान राम का राज शासन करने वालों को राम राज्य की तरह राज करने की प्रेरणा देता है। ओम बिड़ला ने कहा कि भगवान रामलला हम सबको आध्यात्मिक और सांस्कृतिक के साथ जीवन जीने की नई प्रेरणा देते हैं। भगवान राम के जीवन का आदर्श और मूल्य हम सबको प्रेरणा देता है। भगवान राम का राज शासन करने वालों को राम राज्य की तरह राज करने की प्रेरणा देता है ।
वहीं राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने अयोध्या को सप्तपूरियों में सर्वश्रेष्ठ और बैकुंठ से ज्यादा सुखदायक बताया।उन्होंने कहा कि इस नगरी के चरणों में प्रणाम करने के लिए मैं और मेरी पूरी कैबिनेट आई है। भजनलाल शर्मा ने कहा कि जिनको नगरी के रूप में मानते हैं, अयोध्या नगरी , मथुरा नगरी, द्वारिका नगरी , बनारस नगरी , हरिद्वार , उज्जैन, और कांचीपुरम को प्रमुख माना है। इन सप्तपुरियो में अयोध्या का स्थान सर्वोपरि माना जाता है। तुलसीदास जी लिखते हैं
राम धामदा पुरी सुहावनि। लोक समस्त बिदित अति पावनि॥
चारि खानि जग जीव अपारा। अवध तजें तनु नहिं संसारा ।।
इस संसार में अयोध्या नगरी हमारी है। भगवान राम थे , इस अयोध्या नगरी ने जितना प्रमाण दिया है की बैकुंठ से भी ज्यादा सुखदायक मन को भाने वाली यह अयोध्या नगरी है। आज हमारा पूरा मंत्रिमंडल सांसद विधायक इस नगरी को प्रणाम करने के लिए शीश झुकाने के लिए इस स्थान को अपने भाग्य और मां से उनको प्रणाम करने के लिए आए हुए हैं। मैं कार्यक्रम के माध्यम से इस नगरी के चरणों में प्रणाम करता हूं।