Lucknow News: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में पटाखे के शोर से कुत्ते के खूंखार होने का मामला सामने आया है। अब तक कुत्ते 250 लोगों को अपना शिकार बना चुके हैं।
क्या है पूरा मामला?
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में दिवाली के पटाखों के कारण कुत्ते खूंखार हो गए हैं। 48 घंटों में अब तक 250 लोगों को काट चुके है। कुत्ते ज्यादातर बच्चों पर अटैक कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि पटाखों की तेज आवाज से कुत्ते इरिटेट हो जाते हैं और उनके अंदर डर हो जाता है, जिस कारण कुत्ते अटैक करते हैं।
कई हॉस्पिटल में कुत्ते काटने के मरीज
लखनऊ के डाॅ श्यामा प्रसाद मुखर्जी हॉस्पिटल में कुत्ते के काटने के 3ं2 मरीज आए हैं। मरीजों को एंटी रेबीज की वैक्सीन लगाई गई है। वहीं, लखनऊ के बलरामपुर में अभी तक 100 से ज्यादा मरीजों को एंटी रेबीज का डोज लग चुका है। साथ ही राजनारायण लोकबंधु संयुक्त हॉस्पिटल में 2 दिनों में अबतक 24 केस आ चुके हैं, जिन्हे एंटी रेबीज का डोज लगाया गया है।
किन कारणों से खूंखार हो रहे हैं कुत्ते
डॉक्टरों के अनुसार, अधिकत्तर अक्टूबर और नवंबर के महीने में फीमेल डॉग का हॉट सीजन चलता है। मेल डॉग भी मेटिंग के कारण ज्यादा ही एग्रेसिव हो जाते हैं। वहीं, कभी-कभी कुत्ते ज्यादा शोर के कारण इरिटेट हो जाते हैं।
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कुत्ते का काटना क्यों होता है खतरनाक
केजीमयू के इनफेक्शियस डिजीज प्रभारी डाॅ हिमांशु ने बताया कि डॉग के काटने से होने वाली रेबीज बीमारी सबसे खतरनाक बीमारी होती है, जिसका कोई इलाज नहीं है। इसी कारण से अगर कोई डॉग बाइट करता है तो उसे लापरवाही नहीं करनी चाहिए।