सीएम योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को बैठक बुलाई, जिसमें यूपी सरकार के तमाम मंत्री पहुंचे। लेकिन इस बैठक में उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य फिर नहीं पहुंचे। सूत्रों के मुताबिक, वह सीएम आवास के बगल में ही स्थित अपने सरकारी आवास पर रहे और कई पूर्व के साथ ही वर्तमान मंत्रियों से मुलाकात की। केशव के बैठक में नहीं पहुंचने से एक बार फिर सियासत में चर्चाओं का दौर शुरू हो गया।
दरअसल, सीएम योगी मंडलवार भाजपा और सहयोगी दलों के जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक कर लोकसभा चुनाव के हार की समीक्षा कर रहे हैं। इसी के चलते उन्होंने 25 जुलाई को मेरठ और प्रयागराज मंडल की बैठक बुलाई थी। प्रयागराज मंडल की बैठक में भाजपा के साथ अपना दल (एस) के विधायक भी पहुंचे थे, लेकिन उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य नहीं पहुंचे, जबकि वह लखनऊ में ही थे।
वहीं, इस मामले डिप्टी सीएम के करीबी का कहना है कि जब सीएम योगी की बैठक थी उस वक्त उप मुख्यमंत्री का कहीं एक और कार्यक्रम था, इसलिए वह बैठक में नहीं पहुंच पाए। हालांकि, लोकसभा चुनाव का परिणाम आने के बाद से ही केशव मुख्यमंत्री की मौजूदगी में होने वाली किसी भी बैठक में नहीं जा रहे हैं। इसके बाद से ही सियासी गलियारों में लगातार चर्चा है कि क्या प्रदेश भाजपा के अंदर कुछ भी ठीक नहीं चल रहा है।