Lucknow News: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में सीएम आवास के बाहर आग लगाने वाली महिला अंजली जाटव की 11 अगस्त, रविवार को इलाज के दौरान मौत हो गई। बताया जा रहा है कि महिला अपने वकील के कहने पर उन्नाव से लखनऊ आई थी। महिला ने 6 अगस्त को सीएम आवास के बाहर खुद पर पेट्रोल डालकर आग लगा ली थी।
इस पूरे मामले में पुलिस प्रशासन ने महिला के वकील को गिरफ्तार कर लिया है। महिला को इलाज के लिए पहले सिविल हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया था। फिर महिला को केजीएमयू रेफर किया गया था।
अंजली जाटव के वकील सुनील के खिलाफ BNS के तहत महिला को आत्महत्या के लिए उकसाने की धारा के अंतर्गत कार्रवाई की जाएगी। धारा-108 सामान्य रूप से आत्महत्या के उकसाने के लिए लगाई जाती है, जिसमें 10 साल तक की कैद और जुर्माना लगाया जा सकता है।
मौत का कारण मल्टीपल ऑर्गन डिस्फंक्शन सिंड्रोम (Lucknow News)
केजीमयू के पीआरओ डॉ. सुधीर कुमार ने बताया कि महिला को थर्ड डिग्री की बर्न इंजरी थी, जब महिला को भर्ती कराया गया, उसकी हालत बहुत गंभीर थी। महिला का इलाज प्लास्टिक सर्जरी विभाग में किया गया था। महिला की मृत्यु का कारण सेप्टिक शॉक और मल्टीपल ऑर्गन डिस्फंक्शन सिंड्रोम है।
‘CM आवास के पास आग लगाओगी तो…’, वकील के उकसाने पर महिला ने किया आत्मदाह
क्या है पूरा मामला? (Lucknow News)
बता दें कि अंजली जाटव 6 अगस्त को उन्नाव से लखनऊ जनता दरबार के लिए आई थी। महिला अपने ससुराल वालों के खिलाफ कार्रवाई के लिए जनता दरबार गई थी। महिला ने 2 अगस्त को पुरवा कोतवाली में एफआईआर दर्ज कराई, जिसमें महिला ने बताया था कि 30 जुलाई को जब वो अपने बच्चे के साथ ससुराल पहुंची तो मुझे ससुराल वालों ने अन्दर घुसने नहीं दिया।
महिला ने बताया कि जब मैंने इसका विरोध किया तो लाठी-डंडों से मेरी पिटाई कर दी गई। मेरी देवरानी ने मेरा बैग छीन लिया, जिसमें 4 हजार रुपये थे। सास ने मंगलसूत्र और मोबाइल भी छीन लिया। उसके बाद ससुराल वालों ने धमकाते हुए बोला कि अपने घरवालों से 1 लाख रुपये और मोटरसाइकिल लेकर आओ नहीं तो जान से मार देंगे।