Meerut Accident: सरधना के मोहल्ला घोसियान में रहने वाले एक किशोर और उसके मेरठ में रहने वाले रिश्तेदार की सरधना गंगनहर में नहाते समय दुर्घटनावश डूबने से मौत हो गई। जब उनके परिवार को इस हादसे की खबर मिली तो घर में कोहराम मच गया। शादी की खुशी का माहौल पलक झपकते ही गमगीन हो गया।
घटनास्थल पर लोगों की भारी भीड़ जुट गई है। गोताखोरों की टीम नहर में डूबे युवकों की तलाश में जुटी हुई है। सीओ सरधना संजय कुमार जायसवाल ने बताया कि पीएससी के गोताखोरों को बुलाया गया है और जल्द ही दोनों युवकों को बरामद कर लिया जाएगा।
मोहल्ला घोसियान में रहने वाले नूर मोहम्मद के दो बेटों की शादी की तैयारियां जोरों पर थीं। चार दिन बाद ही दोनों की शादी होनी थी। घर में रिश्तेदारों का आना-जाना लगा रहता था और खुशी का माहौल था। लेकिन, अचानक फैजान और शावेज के गंगनहर में डूब जाने की खबर से घर में कोहराम मच गया और शादी की खुशियां मातम में बदल गईं।
हादसे की खबर सुनते ही शादी की खुशियां मातम में बदल गईं। परिजन और रिश्तेदार गमगीन होकर घटनास्थल की ओर दौड़ पड़े। इस दर्दनाक घटना के बाद, परिवार वालों ने मजबूरी में तीनों शादियां रद्द कर दीं।
नूर मोहम्मद के घर में खुशियों का माहौल था। तीन दिनों में उनके तीन बच्चों की शादी होनी थी। बुधवार को राशिद, शुक्रवार को छोटा बेटा और शनिवार को बेटी गुलफ्शा की शादी थी। रिश्तेदारों का आना-जाना लगा रहता था। लेकिन, अचानक फैजान और शावेज के गंगनहर में डूब जाने की खबर से सबकुछ तबाह हो गया। रिश्तेदारों ने रातभर नहर में जाल लगाकर दोनों की तलाश की, लेकिन कोई सफलता नहीं मिली।
यह भी पढ़ें- गोरखपुर: मेडिकल कालेज में तीमारदारों के साथ मारपीट, जूनियर डॉक्टरों ने जमकर पीटा
बुधवार को गंगनहर में पानी का स्तर कम था। फैजान, शावेज, समीर, इरफान और अल्तमश नहर पार करने के लिए चल पड़े थे। चारों युवक एक-दूसरे का हाथ थामे हुए थे, जबकि अल्तमश तैर रहा था। लेकिन अचानक पानी का बहाव तेज हो गया और चारों डूबने लगे। हाथ छूटने के बाद, अल्तमश, समीर और इरफान को लोगों ने बचा लिया, लेकिन फैजान और शावेज पानी में समा गए।
शावेज की शादी छह साल पहले अलकमा से हुई थी। उनके दो बेटियां हैं, चार साल की अलसिबा और छह महीने की फातिमा। कोरोना महामारी के दौरान शावेज के पिता मुस्तकीम का निधन हो गया था और अब शावेज के डूब जाने से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। परिवार अभी भी अपने पिता के निधन के गम से उबर भी नहीं पाया था कि एक और बड़ा संकट आ गया।