उत्तर प्रदेश की मुरादाबाद लोकसभा सीट पर मंगलवार को ही समादवादी पार्टी की ओर से डॉ एसटी हसन ने नामांकन भरा था। लेकिन, आज बुधवार को समाजवादी पार्टी की नेता रुचि वीरा भी नामांकन करने पहुंची। बताया जा रहा कि सपा ने अपनी पार्टी से डॉ एसटी हसन का टिकट काट दिया है। सपा ने उनकी जगह रुचि वीरा को अपना उम्मीदवार चुना है। सपा नेता रुचि वीरा यह दावा करते नजर आईं कि उन्हें नामांकन फार्म भरने का आदेश सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने दिया है। तो वहीं, मौजूदा सांसद डॉ एसटी हसन के पार्टी से टिकट काटने पर उनके समर्थकों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है।
मुरादाबाद लोकसभा सीट पर मंगलवार से ही घमासान मचा हुआ है। लेकिन, इन सबके बावजूद अखिलेश यादव या पार्टी के किसी भी बड़े नेता ने कोई भी बयान जारी नहीं किया है।
कौन हैं रुचि वीरा?
रुचि वीरा बिजनौर की निवासी हैं। उन्हें आजम खान का करीबी माना जाता है। रुचि वीरा ने उपने राजनीति करियर की शुरुआत समाजवादी पार्टी से की थी। 2013 के चुनाव में कुवंर भारतेंद्र सिंह के सांसद बनने के बाद हुए उपचुनाव में रुचि ने जीत हासिल की थी। वह बिजनौर से 2014 से 2017 तक विधायक रह चुकीं हैं। 2015 में समाजवादी पार्टी ने रुचि वीरा पर पार्टी विरोधी गतिविधियों का आरोप लगाकर उन्हें पार्टी से निलंबित कर दिया था, जिसके बाद वह बसपा में शामिल हो गईं थीं।
बसपा से भी टूटा नाता
रुचि वीरा बिजनौर से बसपा की ओर से 2022 में हुए विधानसभा चुनाव में लड़ी थीं। लेकिन, उन्हें वहां हार का सामना करना पड़ा था। बाद में 2023 में बसपा ने उन पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की और उन्हें अपनी पार्टी से निकाल दिया था। इसके बाद रुचि वीरा ने फिर से समाजवादी पार्टी का दामन थाम लिया था।
एसटी हसन का टिकट कटने पर क्या कहा
लोकसभा चुनाव के लिए नामांकन फार्म भरने आई रुचि वीरा से जब पत्रकारों ने पूछा कि एसटी हसन का टिकट काटकर आपको दिया गया हैं? इस पर जवाब देते हुए सपा नेता ने कहा कि मुझे इस बारे में बात नहीं करनी। वो (एसटी हसन) मेरे बड़े भाई जैसे हैं। मैं सपा नेतृत्व के आदेश पर ही आज नामांकन भरने आई हूं।