यूपी STF को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। कई दिनों की रेकी के बाद आज यूपी STF ने मुजफ्फरनगर से जावेद और माजिक नाम के दो संदिग्धों को गिरफ्तार किया है। जावेद और माजिद के पास से चार टाइम बम भी बरामद किये गये हैं। बरामद बमों को किसी बड़ी साजिश का हिस्सा माना जा रहा है। हालांकि अब दोनो संदिग्ध पुलिस की हिरासत में है और दोनों से पूछताछ लगातार जारी है।
एक तरफ राम मंदिर के उद्घाटन के बाद से लाखों की संख्या में भक्त अयोध्या पहुंच रहे हैं, तो वहीं किसान आंदोलन को लेकर माहौल गर्म है। और इसी के साथ लोकसभा चुनाव को लेकर भी तैयारियां तेज है ऐसे में यूपी एसटीएफ ने प्रदेश को दहलाने की साजिश में जुटे संदिग्धों के गिरफ्तार कर बड़ी अनहोनी होने से रोक लिया है।
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पकड़े गये संदिग्धों में जावेद और माजिद लगभग एक ही उम्र के है। मेरठ एसटीएफ एएसपी बृजेश कुमार ने जानकारी दी है कि आरोपी जावेद रेडियो की मरम्मत करता था। उसे मशीनों की अच्छी जानकारी है। उसके दादा पटाखे बनाने का काम करते थे और बम बनाने का हूनर उसने अपने दादा जी से ही सीखा था। उसके बाद उसने धीरे धीरे आईईड़ी5 बम बनाना भी सीख लिया। हांलाकि खूफिया एजेंसिया अब जावेद से पूछताछ कर बाकी जानकारियां भी जूटा रही हैं ताकि ये जानकारी मिल सके कि ये दोनों आखिर किसके लिए काम करते थे। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, जावेद और माजिद 2013 के मुजफ्फरनगर दंगों के दौरान इसी तरह के विस्फोटकों के निर्माण और वितरण में भी शामिल थे, और काफी समय से पुलिस की रडार पर हैं। हालांकि पुलिस दोनों से पूछताछ कर जानकारी जुटाने का प्रयास कर रही है कि आखिर ये दोंनों किसके साथ जूड़े हैं। इनके इरादे क्या हैं।
कैसे पकड़ा गया जावेद ?
यूपी एसटीएफ के आला अधिकारियों को इस बात की सूचना मिली की जावेद नाम का एक शख्स काली नदी के पास आने वाला है और इसके पास बम जैसी संदिग्ध कोई चीज भी है। जिसके बाद एसटीएफ ने घेरेबंदी कर जावेद समेत उसके साथी माजिद को धर दबोचा। इसके बाद तलाशी के दौरान एसटीएफ को जावेद के पास से नीले रंग का एक बैग मिला। बैग को चेक करने के दौरान पुलिस को बैग से 4 टाइमर बॉम मिले जिसे जंगल में ले जाकर डिफ्यूज कर दिया गया।