Ayodhya Prayagraj Expressway: अयोध्या और प्रयागराज के बीच मौजूदा हाईवे के बाईं ओर अब एक नया और आधुनिक एक्सप्रेस-वे बनाया जाएगा। इस परियोजना के लिए कुल 5000 करोड़ रुपये का बजट स्वीकृत किया गया है। इस राशि में न सिर्फ एक्सप्रेस-वे का निर्माण बल्कि जमीन अधिग्रहण के लिए किसानों को मिलने वाला मुआवजा भी शामिल है।
राष्ट्रीय राजमार्ग एवं सड़क परिवहन मंत्रालय ने अयोध्या और प्रयागराज को जोड़ने वाले हाईवे को फोरलेन बनाने की अपनी पुरानी योजना में बदलाव करते हुए अब इसे एक्सप्रेस-वे में बदलने का फैसला लिया है।
फोरलेन में तब्दील होने वाला था हाईवे
पहली योजना के अनुसार, इस हाईवे (Ayodhya Prayagraj Expressway) को फोरलेन में तब्दील किया जाना था, लेकिन अन्य फोरलेन सड़कों की तरह इस पर भी छोटे वाहनों और ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले वाहनों की वजह से अक्सर जाम की स्थिति रहती थी। इससे लंबी दूरी के वाहनों को काफी परेशानी होती थी और दुर्घटनाओं का खतरा भी बढ़ जाता था।
अयोध्या और प्रयागराज के बीच बेहतर कनेक्टिविटी और यातायात को सुगम बनाने के लिए एक महत्वाकांक्षी परियोजना शुरू की जा रही है। इस परियोजना के तहत, मौजूदा हाईवे के बाईं ओर एक नया एक्सप्रेस-वे का निर्माण किया जाएगा।
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आधा दर्जन आरओबी और सेतु का निर्माण
एक्सप्रेस-वे निर्माण के दौरान आधा दर्जन आरओबी और सेतु का निर्माण होगा। इसमें लखनऊ-वाराणसी रेल खंड पर एक ओवरब्रिज और पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे क्रासिंग पर 18 मीटर ऊंचाई पर छह लेन का फ्लाईओवर, गोमती नदी पर छह लेन, अन्य सड़कों के क्रासिंग पर सेतु समेत कुल आधा दर्जन ब्रिजों के निर्माण को शामिल किया गया है। बाइक और अन्य ग्रामीण वाहनों के प्रवेश को एक्सप्रेस-वे पर वर्जित किया गया है।