सुभासपा विधायक बेदी राम के खिलाफ तीन राज्यों यूपी, राजस्थान और मध्य प्रदेश में 8 केस दर्ज हैं। इसके साथ ही, इनका नाम पेपर लीक स्टिंग में भी सामने आया है। बेदी राम पेपर लीक मामले में तिहाड़ जेल भी गये थे। इस मामले में बेदी राम का नाम 24 साल से आ रहा है। उनकी रेलवे की नौकरी भी इसी वजह से चली गई थी। बेदी राम रेलवे में टी टी ई के पद पर थे।
बेदी राम का नाम 10 साल पहले रेलवे की भर्ती परीक्षा के पेपर लीक मामले में सामने आया था। उसके बाद उन्हें बर्खास्त कर दिया गया था। बेदीराम को 2006 में रेलवे रिक्रूटमेंट बोर्ड समूह ग की भर्ती परीक्षा, 2008 में लोको पायलट की परीक्षा और 2009 में जयपुर और भोपाल में रेलवे की परीक्षा के प्रश्नपत्र को लीक कराने के मामले में गिरफ्तार किया गया था।
कैबिनेट मंत्री ओपी राजभर के बहुत खास विधायक बेदी राम का एक वीडियो 26 जून से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इसमें बेदी राम एक युवक से पेपर लीक कराने के लिए पैसों के लेन-देन की बात कर रहे हैं। जिस युवक ने ये वीडियो वायरल किया है, उसका कहना है कि उसने पेपर लीक के लिए बेदी राम को पैसे दिये थे। अब वो पैसे वापस नहीं दे रहे हैं, जिस कारण युवक ने बेदी राम का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया है, लेकिन बेदी राम ने इन सभी आरोपों को गलत बताया है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने बेदी राम को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने की मांग की है।
बेदी राम ने चुनावी हलफनामे में भोपाल सहित कई शहरों में कुल 9 केस दर्ज होने के बारे में जानकारी दी है। उन पर 2006 में लखनऊ के कृष्णा नगर, 2008 में लखनऊ के गोमतीनगर और 2009 में राजस्थान में मुकदमा दर्ज किया गया। इसके साथ ही, उनके खिलाफ 2014 में एस टी एफ भोपाल, 2014 में लखनऊ के आशियाना, 2010 में जौनपुर के मड़ियाहूं और 2021 में जौनपुर के जलालपुर में मुकदमा दर्ज किया गया है। बेदी राम पर गैंगस्टर का भी एक केस दर्ज है। इन सभी केस में चार्जशीट दाखिल है, लेकिन किसी भी केस में सजा नहीं मिली है।
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बेदी राम आजमगढ़ के रहने वाले हैं, लेकिन सुभासपा ने बेदी राम को जखनियां सीट से विधानसभा का टिकट दिया, जहां से जीत दर्ज कर वे विधायक बन गए। बिजेंद्र गुप्ता ने पेपर लीक मामले में बेदी राम का नाम लिया है। बेदी राम के साथ बिजेंद्र गुप्ता भी जेल जा चुके हैं। इन सब मामलों के बाद बेदी राम के आवास पर कई लोग उनसे मिलने आये, लेकिन बेदी राम का अभी तक कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।
बेदी राम का नाम वर्ष 2000 में पेपर लीक में पहली बार सामने आया था। उन्हें 2009 में गिरफ्तार किया गया था। उसके बाद 2012 में छत्तीसगढ़ CPMT परीक्षा के मामले में जेल जा चुके हैं। बेदी राम को परीक्षा पेपर लीक में CBI ने गिरफ्तार किया और दिल्ली के तिहाड़ जेल भेज दिया।