Safe Wheel Device System In Train: पिछले कुछ महीनों में यूपी में कई ट्रेन हादसे हुए हैं, जिनको देखते हुए ट्रेनों में सेफ व्हील डिवाइस सिस्टम लगाए जाएंगे। दरअसल, ट्रेन की बोगियों में एक साथ चार-चार पहियों का सेट लगा रहता है। कभी-कभी तेज रफ्तार में एक पहिए की स्पीड या तो ज्यादा हो जाती है या फिर कम। ऐसे में कोच के पटरी से उतरने का खतरा बना रहता है। कई बार इस तरह के एक्सीडेंट हो चुके हैं।
पहियों की चाल बिगड़ने पर अब बेपटरी नहीं होंगी ट्रेनें
पहियों की चाल बिगड़ने पर भी ट्रेनें अब बेपटरी नहीं होंगी। सेफ व्हील डिवाइस सिस्टम से खुद ही बिगड़ी चाल ठीक हो जाएगी। यह डिवाइस ट्रेन चलने पर तब एक्टिव होगी, जब किसी पहिए की गति अचानक कम या ज्यादा हो जाएगी। ऐसा होने पर डिवाइस में लगे सेंसर उसे रीड करने के साथ ही ठीक भी कर देंगे।
ट्रेन की सभी बोगियों में फिट किया जाएगा यह डिवाइस
जानकारी के मुताबिक, यह डिवाइस बहुत ही कारगर है। रिपेयरिंग करने के साथ ही यह डिवाइस कंट्रोल को एक संदेश भेजेगा, जिससे ट्रेन स्टेशन पर पहुंचने पर उसकी मैनुअली जांच भी की जा सकेगी। कोई तकनीकी खराबी होने पर उसे ठीक करके ही ट्रेन को आगे रवाना किया जाएगा।
इस सेफ व्हील डिवाइस को लेकर सभी फॉर्मैलिटी पूरी हो गई हैं। डिवाइस का प्रयोग भी सफल रहा है। जल्द ही इसे ट्रेन के पहियों में सेट किया जाएगा। वर्कशॉप में एक-एक कर ट्रेन की सभी बोगियों में यह डिवाइस फिट किया जाएगा।
ट्रेन दुर्घटनाओं को रोकने के लिए विकसित किया गया सिस्टम
बोगियों में एक साथ चार-चार पहियों का सेट लगा रहता है। कभी-कभी तेज रफ्तार में एक पहिए की स्पीड या तो ज्यादा हो जाती है या फिर कम। ऐसे में कोच के पटरी से उतरने का खतरा बना रहता है।
कई बार इस तरह की दुर्घटनाएं हो चुकी हैं। इसको रोकने के लिए यह सिस्टम विकसित किया गया है। आरडीएसओ ने इसे डिजाइन किया है। इसमें लगा सेंसर ट्रेन की चाल को पहचानने के साथ ही उसे ठीक भी कर देगा।