Saharanpur: उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले में मामला तब बिगड़ गया, जब हॉस्पिटल के सफाई कर्मचारी ने ICU वार्ड में फॅार्मेलिन का पोछा लगा दिया। फॉर्मेलिन का पोछा लगने के कारण ICU में बैठे मरीजों का दम घुटने लगा और अफरा-तफरी में ICU वार्ड से मरीजों को उनके परिजनों ने बाहर निकाल कर दूसरे वार्ड में शिफ्ट किया।
क्या है पूरा मामला?
पूरा मामला सहारनपुर के पिलखनी में राजकीय मेडिकल कॉलेज का है। बताया जा रहा है कि 12 अक्टूबर शनिवार को देर रात एक सफाई कर्मचारी ने ICU वार्ड में फिनाइल की जगह फॉर्मेलिन का पोछा लगा दिया। कुछ देर बाद मरीजों को सांस लेने में परेशानी होने लगी।
ICU वार्ड में करीब 10 मरीज थे, जिनमें से ज्यादा सांस के ही मरीज थे। अब ये एक बड़ा सवाल है कि इतने गंभीर मरीजों के एडमिट होने के बाद भी इतनी बड़ी लापरवाही की गयी। अगर मरीजों को बाहर नही किया जाता तो मरीजों की जान भी जा सकती थी।
मामले की जांच जारी
इस पूरे मामले में प्राचार्य डाॅ सुधीर राठी ने जांच के लिए तीन लोगों की टीम तैयार की है, जो कि इस पूरे मामले की जांच कर रिपोर्ट देगें। प्राचार्य डॉ सुधीर राठी ने ये भी बताया कि जो गैस लीक की बात की जा रही है, ऐसा कुछ भी नही है। बल्कि फिनाइल की जगह फॉर्मेलिन का पोछा लगा दिया गया था। मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच टीम से 48 घंटे के अंदर रिपोर्ट मांगी गई है।
क्या है फॉर्मेलिन?
फॉर्मेलिन एक ऐसा फॉर्मेल्डिहाइड है जो कि लोगों के कैंसर का कारण बन सकता है। बताया जाता है कि इसका प्रयोग पैकेट वाले दूध को प्रीजव रखने के लिए, मरे हुए जानवरों के नमूनों को सुरक्षित रखने के लिए किया जाता है। ज्यादा समय तक इसका उपयोग करने से सांस की समस्या, खांसी, गले में सूजन या फेफड़ों में जलन के कारण जान जा सकती है। साथ ही आंखों या त्वचा में इसके संपर्क में आने से बहुत ज्यादा जलन होती है।