Umar Ansari Writes Letter To the Banda DM: उत्तर प्रदेश की बांदा जेल में 2005 से सजा काट रहे गैंगस्टर मुख्तार अंसारी की गुरवार को कार्डियक अरेस्ट के चलते मौत हो गई। मुख्तार को इलाज के लिए उत्तर प्रदेश के बांदा मेडिकल कॉलेज में ले जाया गया था। इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी। बांदा मेडिकल कॉलेज में 5 डॉक्टरों के पैनल ने मुख्तार का पोस्टमार्टम किया।
दिल्ली एम्स के डॉक्टरों से पोस्टमार्टम कराने की मांग
इसी बीच, मुख्तार अंसारी के बेटे उमर अंसारी ने अपने पिता का पोस्टमॉर्टम दिल्ली एम्स के डॉक्टरों से कराये जाने की मांग की है। उमर अंसारी ने बांदा के जिलाधिकारी को पत्र लिखकर मांग की है कि उसके पिता का पोस्टमॉर्टम दिल्ली एम्स के डॉक्टरों से कराया जाए। अपने पत्र में अंसारी ने लिखा है कि उसके परिवार को बांदा की चिकित्सा व्यवस्था पर भरोसा नहीं है। साथ ही उसने कहा है कि जिले के शासन, प्रशासन और मेडिकल टीम से किसी भी तरह की कोई उम्मीद नहीं है।
खाने में दिया स्लो पॉइजन: उमर अंसारी
उमर अंसारी ने पत्र में जेल प्रशासन पर आरोप लगाते हुए लिखा कि उसके पिता को खाने में स्लो पॉइजन (धीमा जहर) दिया गया था। जिसकी वजह से उसके पिता की जेल में तबीयत बिगड़ गई और फिर मुख्तार को जेल प्रशासन ने आनन-फानन में बांदा मेडिकल कॉलेज में भर्ती करा दिया। उसने लिखा जब वह अपने पिता से मिलने के लिए अस्पताल पहुंचा तो उसे मिलने से रोका गया। उमर अंसारी का कहना है कि इसके पीछे कोई साजिश है।
नेचुरल डेथ नहीं, बल्कि सुनियोजित हत्या है
उमर अंसारी ने बांदा के जिलाधिकारी को लिखे पत्र में कहा है कि मुख्तार की गंभीर स्थिति की बारे में न तो उसे जेल प्रशासन ने बताया और न ही स्थानीय प्रशासन ने। मीडिया के जरिए ही उसे ये सूचना मिली की उसके पिता डॉन मुख्तार अंसारी की मौत हो गई है।
उमर अंसारी का कहना है कि मुख्तार अंसारी की नेचुरल डेथ नहीं हुई है, बल्कि ये सुनियोजित हत्या है। उमर अंसारी की अब यही मांग है कि मुख्तार अंसारी का पोस्टमॉर्टम दिल्ली एम्स डॉक्टरों के पैनल से कराया जाए।