उत्तर प्रदेश के मेरठ में गंगनहर (Gang Nahar) पर सड़क चौड़ीकरण के लिए पेड़ों के कटान का विरोध करते हुए सरधना विधायक अतुल प्रधान (Atul Pradhan) ने कांवड़ मार्ग पर प्रदर्शन किया। साथ ही पेड़ों की कटाई को रोकने के लिए सपा विधायक ग्रामीणों और समर्थकों के साथ पेड़ों से चिपक गए और उन्हें कटवाने से रुकवा दिया। वहीं, एनजीटी (National Green Tribunal) ने इस मामले पर संज्ञान लेते हुए पेड़ों के कटान की जांच की मांग की।
जानकारी के मुताबिक, मेरठ में गंगनहर की दूसरी पटरी पर सड़क निर्माण के लिए केंद्र सरकार ने गाजियाबाद, मेरठ और मुजफ्फरनगर में एक लाख से अधिक पेड़ों की कटाई के लिए अनुमति दे दी है। इस मामले में एनजीटी ने संज्ञान लेते हुए लोक निर्माण विभाग (Public Work Department) को निर्देश जारी किए हैं। साथ ही आठ जुलाई तक अपना पक्ष दाखिल करने को कहा है।
वहीं, पेड़ों के कटान को लेकर अतुल प्रधान ने विरोध शुरू कर दिया है। गंगनहर के आसपास के गांवों के किसान और लोग भी उनके समर्थन में आ गए हैं। लोगों के साथ विधायक पेड़ों से चिपक गए और पेड़ों का कटान रुकवा दिया। उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, “पर्यावरण को हम सबको मिलकर बचाना है, हमें आने वाली पीढ़ियों के जीवन को नर्क से बचाना है !”
अतुल प्रधान ने स्पष्ट शब्दों में कहा है कि 40 से 42 मीटर अंदर तक पेड़ों का कटान किया जा रहा है। 60 फीसदी पेड़ों का कटान किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि हम सरकार के सड़क निर्माण के फैसले का स्वागत करते हैं, लेकिन गंगनहर किनारे जो पेड़ बचाए जा सकते हैं, उन्हें बचाने का प्रयास करेंगे। पेड़ों को मनमाने और गलत तरीके से काटने नहीं देंगे। पर्यावरण रक्षा के लिए पूर्व में चिपको आंदोलन हुआ है। अगर जल्द से जल्द गंगनहर पर कोई पेड़ों के संरक्षण के लिए कोई प्रभावी कदम नहीं उठाये तो हम उससे प्रेरित होकर आंदोलन करेंगे।
इसके अलावा, अतुल प्रधान ने वन विभाग (Forest Department) और लोक निर्माण के अधिकारियों से बातचीत कर कहा है कि गंगनहर पटरी पर पेड़ों का कटान तुरंत रोका जाए। कटान के बजाए पेड़ों को वैज्ञानिक विधि से उखाड़ने के साथ दूसरे स्थान पर ट्रांसप्लांट कराया जाए। उन्होंने NGT में सुनवाई तक पेड़ों का कटान रोकने की मांग की। वहीं, लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों का कहना है कि केंद्र सरकार की अनुमति के बाद ही यह कार्य किया जा रहा है।
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जानकारी के मुताबिक, इस मामले में आठ जुलाई को एनजीटी में सुनवाई होगी। अतुल प्रधान ग्रामीणों के साथ आठ जुलाई को एनजीटी दिल्ली कूच करेंगे। साथ ही गलत तरीके से काटे जा रहे पेड़ों का मुद्दा विधानसभा में भी उठाएंगे।
बता दें, सरधना क्षेत्र में गंगनहर की दूसरी पटरी पर पेड़ों के कटान के अलावा मिट्टी भराव का काम भी चल रहा है। मेरठ क्षेत्र में करीब 45 किमी दूरी में सरधना वन रेंज में करीब साढ़े तीन हजार पेड़ों का कटान चल रहा है। इसके चलते विधायक रविवार को डीएफओ राजेश कुमार के साथ गंगनहर पटरी का निरीक्षण करने पहुंचे, जहां उन्होंने करीब पांच किमी तक पटरी का निरीक्षण किया। कहीं 20 मीटर तो कहीं 40 मीटर तक पेड़ों का कटान होता मिला। इसको लेकर मौके पर बड़ा हंगामा खड़ा हो गया। विधायक ने बड़ा घोटाला होने की बात कही।
वहीं, डीएफओ ने अपने स्तर से जांच कार्रवाई का आश्वासन दिया। साथ ही ये भी कहा कि जो भी मामले में दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।