No Touch Rule: वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर में हर दिन हजारों की संख्या में श्रद्धालु बाबा विश्वनाथ का आशीर्वाद लेने के लिए आते हैं। भक्तों की सुविधा और सुगमता को ध्यान में रखते हुए पुलिस प्रशासन ने यहां ‘No Touch Rule’ लागू कर दिया है। इस नियम के लागू होने के बाद से मंदिर में तैनात पुलिसकर्मी गले में रुद्राक्ष, माथे पर त्रिपुंड और गेरुआ वेशभूषा में नजर आएंगे। काशी विश्वनाथ मंदिर देश का पहला ऐसा मंदिर है, जहां ये नियम लागू किया गया है।
दरअसल, बीते कुछ दिनों से काशी विश्वनाथ मंदिर में भारी संख्या में भक्तों का तांता लगा हुआ है। बाबा विश्वनाथ के दर्शन करने आ रहे श्रद्धालुओं की संख्या ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। इसी के चलते पुलिस कमिश्नरेट की ओर से ‘No Touch Rule’ को लागू करने का फैसला लिया गया है। अब काशी विश्वनाथ के गर्भगृह में पुलिसकर्मी सनातनी वेशभूषा में नजर आएंगे।
मंदिर के गभगृह में ‘No Touch Rule’ लागू
बता दें, मंदिर में दूर-दूर से आने वाले श्रद्धालुओं को धक्का-मुक्की का सामना करना पड़ता है। साथ ही उनके साथ दुर्व्यवहार की शिकायतें भी मिल रही थीं। इस पर संज्ञान लेते हुए वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट ने ये फैसला लिया है। काशी विश्वनाथ मंदिर के गभगृह में ‘नो टच रूल’ लागू हो गया है। इस नियम के तहत मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं को कोई स्पर्श नहीं करेगा। उनसे कोई धक्का मुक्की न हो, इसलिए पुलिसकर्मी अब वर्दी छोड़कर पुजारी के वेश में यहां तैनात किए गए है। साथ ही श्रद्धालुओं के साथ बेहतर व्यवहार और अच्छा माहौल बनाने के लिए उन्हें खास ट्रेनिंग भी दी गई है।
मंदिर में हेल्प डेस्क की व्यवस्था
काशी विश्वनाथ मंदिर के गर्भगृह में तैनात पुलिसकर्मियों को मृदुभाषी होने के साथ-साथ अन्य भाषाओं का भी ज्ञान दिया जाएगा, ताकि दूसरे राज्यों से आने वाले भक्तों को भी उनकी ही भाषा में समझा सकें। इसके लिए मंदिर में प्रशासन की ओर से हेल्प डेस्क की भी व्यवस्था की जा रही है।