Varanasi: उत्तर प्रदेश में भारी बारिश के कारण वाराणसी में गंगा नदी उफान पर है। गंगा के बढ़ते जलस्तर के कारण तुलसी घाट डूब गए हैं। घाट के आस-पास रहने वाले लोग बढ़ते पानी से प्रभावित हैं। नावें नहीं चल पा रही हैं। इतनी ही नहीं, घाट के किनारे मौजूद कई मंदिर तक डूब गए हैं।
घाट के किनारे कई मंदिर हुए जलमग्न
आचार्य सुशील चौबे के मुताबिक, बाढ़ ने कई समस्याएं पैदा की हैं, लेकिन कई बांध बनाए गए हैं, जिससे पानी शहर में नहीं जा पा रहा है। तुलसी घाट की सभी सीढ़ियां पानी में डूब चुकी हैं। वहीं, एक अन्य पुजारी ने बताया कि बढ़ते जलस्तर से तुलसी घाट के किनारे रहने वाले लोगों का जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। उन्होंने कहा कि बढ़े हुए जलस्तर के कारण नाव संचालन भी प्रभावित हुआ है। घाट के आस-पास रहने वाले लोग बढ़ते पानी से प्रभावित हैं। नावें नहीं चल पा रही हैं । इतना ही नहीं, घाट के किनारे कई मंदिर तक डूब गए हैं।
इससे पहले सोमवार को पहाड़ी इलाकों में लगातार बारिश के कारण नदियों में अचानक जलस्तर बढ़ने से मुरादाबाद रेलवे स्टेशन का अंडरपास पूरी तरह डूब गया और आसपास के गांवों भगतपुर, भोजपुर और मुंडा पांडे में बाढ़ आ गई। रेलवे स्टेशन के पास बना अंडरपास पानी में डूब गया है, जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वहीं, सड़कों पर भारी जलभराव हो गया है।
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प्रयागराज में घरों मे घुसा बाढ़ का पानी
प्रयागराज के निचले इलाकों की बस्तियों में भी बाढ़ का पानी घुस गया है, जिसकी वजह से लोगों को अपने घर खाली करने पड़ रहे हैं। इनमें सबसे ज्यादा प्रभावित बघाड़ा, सलोरी और राजापुर इलाके हैं। वहीं, अयोध्या में पहाड़ी इलाकों में सरयू नदी उफान पर है। नदी का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया है।