CM Yogi Meets BL Santosh: देश के सबसे अधिक निर्वाचन क्षेत्र वाले राज्य उत्तर प्रदेश में 2024 लोकसभा चुनाव के नतीजे सामने आने के बाद राजनीतिक उथल-पुथल देखने को मिल रही है। कयास लगाए जा रहे हैं कि बीजेपी में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। वहीं, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इन दिनों भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर रहे हैं। इसी बीच सीएम योगी ने शुक्रवार की देर रात नई दिल्ली में भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव बीएल संतोष से मुलाकात की।
आगामी विधानसभा उपचुनावों पर हुई चर्चा (CM Yogi Meets BL Santosh)
सूत्रों के अनुसार, बैठक में संगठन और यूपी सरकार से जुड़े कई मुद्दों पर चर्चा हुई। साथ ही आगामी दस विधानसभा उपचुनावों पर भी चर्चा हुई। यह हाल ही में संपन्न हुए लोकसभा चुनावों में यूपी के प्रमुख निर्वाचन क्षेत्रों में भाजपा के वोट शेयर में बड़ी गिरावट के बाद सामना आया है। बता दें, भाजपा 2019 की 62 सीटों से घटकर 33 सीटों पर आ गई। सपा ने 37 सीटें जीतीं, वहीं कांग्रेस ने छह सीटें हासिल की।
उपचुनाव में NDA-INDIA का होगा आमना-सामना (CM Yogi Meets BL Santosh)
इसके अलावा, उत्तर प्रदेश की 10 विधानसभा सीटों के लिए उपचुनाव में एनडीए बनाम इंडिया का आमना-सामना होने वाला है और परिणाम राज्य की राजनीति के लिए निर्णायक हो सकते हैं। सीएम योगी आदित्यनाथ आगामी उपचुनावों के लिए कई बैठकें कर रहे हैं।
सीएम योगी की बैठकों में शामिल नहीं हुए दोनों डिप्टी सीएम
दरअसल , उपचुनाव के नतीजे 2027 में होने वाले यूपी विधानसभा चुनाव की दिशा भी तय करेंगे। हालांकि, जिस बात ने कई लोगों को हैरान कर दिया, वह यह कि सीएम योगी की अध्यक्षता में हुई अलग-अलग बैठकों में दो उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक अनुपस्थित रहे।
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एक बार फिर प्रदेश में भाजपा का झंडा फहराना है: सीएम योगी
सीएम योगी आदित्यनाथ ने 14 जुलाई को कहा था कि प्रदेश की 10 सीटों पर होने वाले विधानसभा उपचुनाव और 2027 के विधानसभा चुनाव के लिए सभी को अभी से सक्रिय होना होगा। डॉ. राम मनोहर लोहिया राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय के डॉ. भीमराव अंबेडकर सभागार में आयोजित प्रदेश कार्यसमिति की बैठक को संबोधित करते हुए सीएम योगी ने जोर देकर कहा कि उन्हें एक बार फिर प्रदेश में भाजपा का झंडा फहराना है। उन्होंने कहा, “2014 और उसके बाद के चुनावों में भाजपा के पक्ष में जितने वोट प्रतिशत थे, भाजपा 2024 में भी उतने ही वोट पाने में सफल रही है, लेकिन वोटों के बदलाव और अति आत्मविश्वास ने हमारी उम्मीदों को चोट पहुंचाई है। विपक्ष, जो पहले हार मानकर बैठ गया था, आज फिर उछल-कूद कर रहा है।”