Jammu-kashmir Haryana Assembly Election 2024 Date: चुनाव आयोग शुक्रवार यानी 16 जुलाई को जम्मू कश्मीर और हरियाणा विधानसभा चुनाव की तारीखों का एलान हो गया है। जम्मू-कश्मीर में तीन चरण में चुनाव होंगे और चार अक्टूबर को मतगणना होगी। पहले चरण में 18 सितंबर, दूसरे चरण में 25 सितंबर और तीसरे चरण में 1 अक्टूबर को वोट डाले जाएंगे।
वहीं, हरियाणा में 1 अक्टूबर को चुनाव होगा। मतगणना 4 अक्टूबर को होगी।
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि हरियाणा में कुल 90 विधानसभा क्षेत्र हैं, जिनमें से 73 सामान्य, एससी-17 और एसटी-0 हैं। हरियाणा में कुल 2.01 करोड़ मतदाता हैं, जिनमें से 1.06 करोड़ पुरुष, 0.95 करोड़ महिलाएं और 40.95 लाख युवा मतदाता हैं। इनमें से 4.52 लाख मतदाता पहली बार वोट डालेंगे। हरियाणा की मतदाता सूची 27 अगस्त 2024 को प्रकाशित की जाएगी।
इसके साथ ही आयोग उत्तर प्रदेश और बिहार विधानसभा उपचुनाव की तारीखों का भी एलान कर सकता है। जम्मू कश्मीर में 10 साल बाद विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। आखिरी बार जम्मू कश्मीर में 2014 में चुनाव हुए थे।
दरअसल, सुप्रीम कोर्ट ने 30 सितंबर 2024 तक जम्मू कश्मीर में चुनाव कराने का आदेश दिया था। जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के बाद ये पहला विधानसभा चुनाव होने वाला है। चुनाव आयोग दोनों राज्यों के विधानसभा चुनावों की तारीखों का एलान करने के लिए प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहा है।
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में कुल 90 विधानसभा क्षेत्र हैं, जिनमें से 74 सामान्य, एससी-7 और एसटी-9 हैं। जम्मू-कश्मीर में कुल 87.09 लाख मतदाता हैं, जिनमें से 44.46 लाख पुरुष, 42.62 लाख महिलाएं और 20.7 लाख युवा मतदाता हैं। इनमें से 3.71 लाख मतदाता पहली बार वोट डालेंगे। अमरनाथ यात्रा 19 अगस्त को समाप्त होगी और 20 अगस्त को अंतिम मतदाता सूची प्रकाशित की जाएगी।
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा, “हमने हाल ही में जम्मू-कश्मीर और हरियाणा का दौरा किया और इन जगहों पर चुनाव की तैयारियों का जायजा लिया। लोगों में जबरदस्त उत्साह देखा गया। वे चुनाव प्रक्रिया में हिस्सा लेना चाहते थे। लोग चाहते हैं कि जल्द से जल्द चुनाव कराए जाएं।”
मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि लोकसभा चुनाव के दौरान जम्मू-कश्मीर में मतदान केंद्रों पर लगी लंबी कतारें इस बात का सबूत हैं कि लोग न केवल बदलाव चाहते हैं, बल्कि उस बदलाव का हिस्सा बनकर अपनी आवाज भी बुलंद करना चाहते हैं। उम्मीद और लोकतंत्र की यह झलक दिखाती है कि लोग तस्वीर बदलना चाहते हैं। वे अपनी किस्मत खुद लिखना चाहते हैं। जम्मू-कश्मीर के लोगों ने लोकसभा चुनाव में बुलेट के बजाय बैलेट को चुना।
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा, “जम्मू-कश्मीर में पार्टियों ने एक और अनुरोध किया था कि उनके जो उम्मीदवार हैं और पार्टी के पदाधिकारी हैं, उन सभी को बराबर सुरक्षा मिले,जम्मू कश्मीर और हरियाणा विधानसभा चुनाव की तारीखों का एलान ऐसा ना हो किसी को कम सुरक्षा मिले। हमने इसे लेकर दिशा निर्देश दे दिए हैं कि सभी उम्मीदवारों को सुरक्षा मिलेगी।”