Agnipath Scheme: मोदी सरकार ने साल 2022 में देश में सेना भर्ती को लेकर एक नई स्कीम लेकर आई थी। इस स्कीम को अग्निपथ का नाम दिया गया। इस स्कीम के तहत सेना में शामिल होने वाले जवानों को ‘अग्निवीर’ कहा जाता है। माना जा रहा है कि इस स्कीम का बड़ा असर लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजों पर पड़ा है। भाजपा की कम सीटें आने की वजह इसी स्कीम को बताया जा रहा हैं। दरअसल, जिन राज्यों में सेना की भर्ती सबसे अधिक होती है, उन राज्यों से इस बार भाजपा को वोट बहुत कम मिले है। इसकी वजह अग्निवीर स्कीम को माना जा रहा है।
अग्निवीर स्कीम के तहत सेना में भर्ती होने वाले जवानों का सेवाकाल 4 साल तक ही है। साल 2022 में जब मोदी सरकार इस योजना को लेकर आई, तब देश के कई राज्यों के युवाओं ने इस योजना का विरोध किया। भाजपा के कम सीटें आने का कारण यह भी है कि कांग्रेस ने इस बार चुनाव में युवाओं से यह वादा किया था कि अगर उनकी पार्टी सत्ता में आती हैं, तो वो इस स्कीम को हटा देंगे। लोकसभा चुनाव 2024 के जब परिणाम आए तो भाजपा को अकेले बहुमत हासिल करने के लिए पर्याप्त वोट भी नहीं मिले। इसका एक बड़ा कारण अग्निवीर स्कीम है।
एक बार फिर से उठे सवाल
मोदी सरकार 3.0 में एक बार फिर ये स्कीम चर्चा का विषय बन गई है। NDA बनते ही जेडीयू ने अग्निवीर योजना की समीक्षा का मुद्दा उठाया है। पार्टी ने हवाला दिया है कि जिन भी क्षेत्रों में अग्निवीर की ज्यादा भर्तियां हुईं। वहां एनडीए को काफी नुकसान हुआ है। ये समीकरण समझने के लिए आपको उन 6 राज्यों के बारे में जानना चाहिए। जहां से युवा सबसे ज्यादा सेना में भर्ती होते हैं। इन्हीं राज्यों में NDA को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ हैं।
इन राज्यों में हुआ नुकसान
यूपी उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव में NDA को गठबंधन को बड़ी हार का सामना करना पड़ा है। यूपी सीट से सपा के खाते में 37 तो काग्रेस के खाते में 6 सीटें आई, जबकि 2014 और 2019 में शानदार प्रदर्शन करने वाली बीजेपी के खाते में मात्र 33 सीटें ही आ पाई।
बिहार: बिहार के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने 2019 चुनाव में 17 सीटें जीती थी, लेकिन इस बार बीजेपी 12 सीटों पर ही जीत हासिल कर पाई है।
राजस्थान: राजस्थान के लोकसभा चुनाव के नतीजों ने भी लोगों को हैरान कर दिया है। भाजपा जहां 2019 में 24 सीटें जीती थी, वहीं इस बार बस 14 सीटों तक ही पहुंच पाईं।
महाराष्ट्र: महाराष्ट्र में भी भाजपा का हाल खराब रहा। 2019 में भाजपा ने यहां 23 सीटों पर जीत दर्ज की थी, लेकिन इस बार 9 सीटों पर ही जीत पाई है।
पंजाब: 2019 के लोकसभा चुनाव में पंजाब की तीन सीटों पर बीजेपी की जीत हुई थी, लेकिन इस बार पंजाब में बीजेपी 0 पर ही निपट गई।
हरियाणा: हरियाणा के चुनाव नतीजों में भी कुछ ऐसा ही देखने को मिला। भाजपा जहां साल 2019 में राज्य की सभी 10 सीटों पर जीत हासिल की थी, वहीं इस बार वह सिर्फ पांच सीटों पर ही जीत पाई है।
ये देश के वो टॉप 6 राज्य हैं, जहां से सबसे ज्यादा युवा फौज में भर्ती होते हैं। लोकसभा चुनाव में इन सभी 6 राज्यों में भाजपा के परफॉरमेंस पर एक नजर।
राज्य | 2019 लोकसभा चुनाव | 2024 लोकसभा चुनाव | सीटों का नुकसान |
बिहार | 17 | 12 | 5 |
यूपी | 62 | 33 | 29 |
राजस्थान | 24 | 14 | 10 |
हरियाणा | 10 | 5 | 5 |
पंजाब | 3 | 0 | 3 |
महाराष्ट्र | 23 | 9 | 14 |
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