सोने के लिए तकिए का इस्तेमाल हर व्यक्ति करता है। लेकिन इसके बावजूद भी वे अक्सर अपने तकिए को साफ करना भूल जाते हैं। ऐसे में आपको खतरनाक बीमारी का सामना करना पड़ सकता है। जी हां तकिए की सफाई नहीं होने के कारण ये आपको कई तरह से बीमार कर सकता है, जिसका आपको पता भी नहीं चलता और आप अपने स्वास्थ्य को लेकर हमेशा परेशान रहते हैं। ऐसे में यह जानना बेहद जरूरी है कि आपको अपने तकियों को कब बदलना चाहिए और इससे कौन-कौन सी बीमारियां हो सकती हैं।
कब बदलना चाहिए तकिया
दरअसल, तकिया हमारे शरीर के लिए काफी जरूरी होता है। वो एक तरह से सपोर्ट सिस्टम जैसा काम करता है। इसे लगाकर गर्दन और रीढ़ की हड्डी को सहारा और शरीर को आराम मिलता है। लेकिन जैसे हर किसी की एक एक्सपायरी डेट होती है। वैसे ही तकिया का भी एक एक्सपायरी डेट होती है, जिसके बाद इनका उपयोग करने से आपको कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में जरूरी है कि आप समय रहते आपना तकिया बदलें।
- जब तकिये का शेप बिगड़ने लगे तो समझ जाएं कि अब आपको अपना बदलने की जरूरत है।
- अगर तकिए पर सोने से आपके सिर में लागतार दर्द होने की परेशानी होनी शुरू हो जाए।
- सुबह उठने पर पीठ और गर्दन में अकड़न और दर्द होने लगे।
- जब आपके तकिये की रुई में गांठें पड़ने लगें, तो समझ लीजिए कि आपके तकिए को बदलने का टाईम आ गया है।
- यदि आप अपने तकिए का उपयोग रोज लगातार कर रहे हैं, तो इसे कम से कम 18 महीने से 2 साल में जरूर बदल दें।
- अपने तकिए को एक बार फोल्ड करें और देखें यदि आपका तकिया तुरंत अपने शेप में आ जाता है तो इसका मतलब है ये अभी सही है। लेकिन अगर यह मुड़ा हुआ ही रह जाता है, तो इसका मतलब है कि आपके तकिए को बदलने का समय आ गया है।