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प्रोटीन का अच्छा सॉर्स ‘मशरूम’ बन सकता है मौत का कारण!

प्रोटीन के सोर्स की बात करें तो आपके पास पनीर, एग, मीट और मशरूम जैसे बहुत सारे ऑप्शन हैं, लेकिन इनमें से एक प्रोटीन ऐसा भी है, जिससे आपकी मौत तक हो सकती है। उस प्रोटीन का नाम है मशरूम।

Death Cap Mushrooms: आज के समय में बदलते खान-पान के कारण अपनी हेल्थ का ध्यान रखना बेहद जरूरी हो गया है। इसके लिए हमारे शरीर को भरपूर मात्रा में प्रोटीन की जरूरत होती है। अब प्रोटीन के सोर्स की बात करें तो आपके पास पनीर, एग, मीट और मशरूम जैसे बहुत सारे ऑप्शन हैं, लेकिन इनमें से एक प्रोटीन ऐसा भी है, जिससे आपकी मौत तक हो सकती है। उस प्रोटीन का नाम है मशरूम। मशरूम प्रोटीन और विटामिन डी का सबसे अच्छा वीगन स्रोत है। फिर भी बरसात के मौसम में ज्यादातर लोग इसे खाना छोड़ देते हैं। इसकी वजह है इसका टॉक्सिन्स के संपर्क में आना। इन दिनों डेथ कैप मशरूम चर्चा का विषय बनी हुई है, जो किसी की जान भी ले सकती है।

क्या है डेथ कैप मशरूम?

नेचर कम्युनिकेशन जर्नल के अनुसार, डेथ कैप मशरूम यानी अमनिटा फालोइड्स (Amanita phalloides) जहरीला एक्टोमाइकोरिज़ल बेसिडिओमाइसीट है। यह मूल रूप से यूरोपीय मशरूम है। यहीं से यह उत्तरी अमेरिका और खासकर कैलिफोर्निया सहित आस्ट्रेलियाई राज्यों में पहुंची। सामान्य अमनिटा फालोइड्स मशरूम की टोपी लगभग 10 सेमी चौड़ी हो सकती है। उसका आधा हिस्सा जहरीला होता है। यह हिस्सा किसी व्यक्ति को मारने के लिए पर्याप्त होता है। एक बार पक जाने के बाद इसका एक तुकड़ा भी जान के लिए खतरा हो सकता है।

इतनी जहरीली क्यों है डेथ कैप मशरूम?

डेथ कैप मशरूम में तीन प्रकार के पॉइजनिंग पदार्थ मौजूद होते हैं; अमेटॉक्सिन, फैलोटॉक्सिन और वायरोटॉक्सिन। इनमें से सबसे जहरीला एमाटॉक्सिन (α-Amanitin ) है। डेथ कैप मशरूम का एमाटॉक्सिन आरएनए पोलीमरेज एंजाइम को रोक देता है। यह कोशिकाओं को प्रोटीन बनाने जैसे जरूरी कार्य करने से रोक देता है। मशरूम को पकाने या सुखाने से भी पॉइजन नष्ट नहीं होते।

जहरीली मशरूम की पहचान कैसे करे

जैसे ठंडी जगह गीली लकड़ी के किनारे हमे मशरूम जैसा एक पौधा देखने को मिलता है। हम उसे दूसरी भाषा में कुकरमुत्ता भी बोलते हैं। जहरीले मशरूम भी इसी के जैसे दिखता है। जहरीले मशरूम के बारे में नेचर जर्नल ने बताया है कि इस मशरूम के डेथ कैप की कुछ विशेषताएं हैं, जो इसकी पहचान में मदद करती हैं। इसमें सफेद गलफड़ जैसी संरचना होती है, जो मशरूम के परिपक्व होने पर भूरी नहीं होती हैं। इसमें हरे या पीले रंग की टिंट के साथ एक सफेद टोपी होती है। यह बिल्कुल सीधा और बहुत चमकीला सफेद होता है। इसका चमकीला कलर अलग से दिख सकता है। तो अगर आप भी हेल्दी डाइट लेते है और मशरूम खाने के शौकीन है तो आप हमेसा इस मशरूम से बचके रहें।


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