Diabetes Treatment: वर्तमान समय में डायबिटीज की समस्या बढ़ती जा रही है। असंतुलित खानपान और बदलती लाइफ स्टाइल के कारण ऐसा हो रहा है। अगर आप भी इस समस्या से जूझ रहे हैं तो आपके लिए एक अच्छी खबर है। दरअसल, चीनी वैज्ञानिकों ने सेल थेरेपी के जरिए डायबिटीज का सफल इलाज खोज लिया है। इससे मरीजों को इंसुलिन इंजेक्शन लेने की समस्या से छुटकारा मिलेगा।
मरीज 33 महीनों से इंसुलिन-फ्री
मरीजों की ग्यारह सप्ताह में बाहरी इंसुलिन पर निर्भरता खत्म हो गई है। इसके अगले साल उन्होंने इसका इस्तेमाल कम कर दिया। मरीजों ने धीरे-धीरे शुगर लेवल को कंट्रोल करने के लिए दवाईयां लेना पूरी तरह बंद कर दिया। शोध के प्रमुख रिसर्चर, यिन ने बताया कि टेस्ट से पता चला है कि मरीजों का पेनक्रियाटिक आइलेट फंक्शन पहले की तरह काम कर रहा है। मरीज 33 महीने से इंसुलिन से मुक्त हैं। उन्होंने आगे कहा कि यह डायबिटीज के लिए सेल थेरेपी के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण प्रगति है।
चीन में विकसित हुई नई थेरेपी
नई थेरेपी में मरीज की पेरिफेरल ब्लड मोनोन्यूक्लियर सेल की प्रोग्रामिंग शामिल है। शरीर की इन सेल्स को सीड सेल्स में बदल दिया गया। इसी के साथ आर्टिफिशियल वातावरण में पेनक्रियाटिक आइलेट टिश्यू को फिर से बनाया गया। एससीएमपी रिपोर्ट के मुताबिक, इस नए प्रयोग में शरीर की रिजेनरेटिव कैपेसिटी का यूज किया जाता है। इसे एक रिजेनरेटिव मेडिसिन के तौर पर जाना जाता है।
चीन में 140 मिलियन लोग डायबिटीज से पीड़ित
बता दें, इस तकनीक को पूरी तरह तैयार कर लिया गया है। इसमें डायबिटीज के इलाज के लिए रिजेनरेटिव ट्रीटमेंट का प्रयोग किया जाएगा। डायबिटीज रोगियों की सबसे ज्यादा संख्या चीन में है, जिसकी वजह से चीन को हेल्थ केयर से जुड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। अंतर्राष्ट्रीय मधुमेह महासंघ (IDF) के मुताबिक, चीन में 140 मिलियन डायबिटीज के मरीज हैं, इनमें से 40 मिलियन लोग हमेशा के लिए इंसुलिन पर डिपेंड हैं। नई सेल थेरेपी इस समस्या से छुटकारा दिलाने में मददगार साबित होगी।