यूपी में लगातार कुत्तों का आतंक बढ़ता ही जा रहा है। आये दिन गली के आवार कुत्ते लोगों पर हमला कर उन्हें घायल कर देते हैं। ऐसे में 26 मई को कानपुर का एक मामला सामने आया है, जिसमें कुत्ते ने दो बच्चों पर हमला कर नोच कर बुरी तरह घायल कर दिया है, जिनमें से एक बच्ची की मौत हो गयी और एक बुरी तरह से घायल है। इतना कुछ होने के बाद अब जाकर नगर निगम ने कुत्तों को पकड़ने का काम शुरू कर दिया है।
दिन पर दिन कुत्तों का आतंक बढ़ता ही जा रहा है। अभी स्थिति ऐसी है कि शहर में हर जगह सड़क, सरकारी दफ्तर, पार्क, अर्पाटमेंट, स्कूल के बाहर और गली में कुत्तों का झुंड आपको दिखाई देगा। शहर की सड़कों पर करीब सवा लाख आवारा कुत्ते घूम रहे हैं।
पूरे शहर में पिछले 2 सालों में कुत्तों के काटने की तादाद दो गुना ज्यादा हो गई है। ऐसा पहली बार है, जब कुत्ते मुंह और गर्दन के पास ज्यादा काटने लगे हैं। सरकारी रिकॉर्ड के अनुसार, कुत्तों ने इस समय में 45,027 लोगों पर हमला किया है, जिसमें से 17,810 लोगों के मुंह और आसपास हमला किया है। आरवी की एक डोज काम नहीं कर रही है, जबकि चार डोज लगाने से ही संक्रमण से बचाया जा सकता है।
हालांकि, परेशानी ये है कि कुत्तों को इलाकों से पकड़कर दूसरी जगह नहीं ले जाया जा सकता है, लेकिन कुत्तों की संख्या पर रोक लगाया जा सकता है। इसीलिए शहर के फूलबाग में एबीसी सेंटर की स्थापना की गई। पहले तय किया गया कि रोज 50 कुत्तों की नसबंदी होगी। फिर बाद में ये हुआ कि कुत्तों की संख्या बढ़ाकर 100 कुत्तों की नसबंदी की जाएगी, लेकिन अभी स्थिति ये है कि 50 कुत्तों की भी नसबंदी नहीं हो पा रही है, जिससे कि कुत्तों की संख्या इतनी तेजी से बढ़ती जा रही है और कुत्तों के हमलों की घटनाएं भी बढ़ती जा रही है।
मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. आरके निंरजन के मुताबिक, फूलबाग में एनिमल बर्थ कन्ट्रोल सेन्टर एबीसी सेन्टर स्थापित करके 2 गाड़ियों के द्वारा अलग-अलग जगहों से रोज 40 कुत्तों को पकड़कर नसबंदी किया जा रहा है। फिर उन कुत्तों को वापस उसी जगह पर छोड़ दिया जायेगा। अभी तक करीब 42000 कुत्तों की नसबंदी कराई गई है। इसके अलावा, और अधिक कुत्तों की नसबंदी कराने के लिए एक और एनिमल बर्थ कन्ट्रोल सेन्टर का निर्माण किशनपुर में किया जा रहा है, जो अक्टूबर 2024 के आखिर तक पूरा हो जायेगा।
ज्यादातर पाॅश इलाके भी कुत्तों के आतंक से परेशान हैं। पाॅश इलाके जैसे स्वरूप नगर, दर्शनपुरवा, छपेड़ा पुलिया, परेड चौराहा, नमक फैक्ट्री चौराहा सहित कई जगहों पर कुत्तों का आतंक फैला हुआ है। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. आरके निंरजन ने कहा कि अभी लगातार गर्मी बढ़ने के कारण पालतू कुत्तों को हिंसक होने से रोकने के लिए कुत्तों को पानी पीने की व्यवस्था बनाएं और घर से बाहर ही कुत्तों के पानी पीने की नांद भी रख सकते हैं।
महापौर प्रमिला पांडेय ने मीडिया को बताया कि अब से रोज अभियान चलाकर आवारा और खूंखार कुत्तों को पकड़ा जायेगा। उन्होंने बताया कि अब तक 45 घंटों में कुल 120 आवारा कुत्तों को पकड़ा गया है और अब इन सब की नसबंदी कराई जायेगी। इसके साथ ही महापौर प्रमिला पांडेय ने बताया कि दुकानदार कुत्तों को मीट खिलाते हैं, जिसके कारण कुत्ते और भी खूंखार हो गये हैं। इनके खिलाफ अभियान चलाकर अभी तक 50 अवैध मीट की दुकानों को हटवाया जा चुका है।