कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे संजय निरुपम ने 20 साल बाद घर वापसी कर ली है। निरुपम ने कहा कि यह मेरा सौभाग्य है कि 20 साल बाद फिर से शिवसेना में आने का मौका मिला है । मेरी सांसों में शिवसेना ही रही है। मुझे मुख्यमंत्री शिंदे पर बहुत भरोसा है हम पार्टी को मजबूत करेंगे और शिंदे जी की ताकत को बढ़ाएंगे। कांग्रेस की ओर से गठबंधन के तहत टिकट न मिलने पर निरुपम ने पार्टी को लेकर बयानबाजी की थी, जिसके बाद पार्टी ने उन्हें 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया था।
टिकट न मिलने से नाराज थे निरुपम
संजय निरुपम कांग्रेस पार्टी से टिकट न मिलने की वजह से काफी नाराज चल रहे थे। दरअसल जिस मुंबई उत्तर-पश्चिम लोकसभा सीट से निरुपम चुनाव लड़ना चाहते थे, वो महाविकास अघाड़ी से शिवसेना (यूबीटी) के कोटे में थी। कांग्रेस में शामिल होने से पहले संजय निरुपम शिवसेना से 2006 तक राज्यसभा सांसद थे।
निरुपम ने राम नाइक को हराया
साल 2009 में संजय निरुपम ने राम नाइक को हराकर कांग्रेस के टिकट पर मुंबई उत्तर लोकसभा सीट से चुनाव जीता था। इसके बाद 2014 की मोदी लहर में उन्हें इसी निर्वाचन क्षेत्र से बीजेपी के गोपाल शेट्टी के सामने बड़ी हार भी मिली थी।