स्वाति मालीवाल मारपीट मामले ने तूल पकड़ रखा है। इसके चलते आप के नेताओं में ही मतभेद हैं। कोई विभव कुमार को दोषी मानता है तो कोई कह रहा है कि विभव निर्दोष हैं। लेकिन बड़ी बात ये है कि अब तक इस मामले में केजरीवाल की चुप्पी कई कयासों को हवा देने का काम कर रही है। हालांकि, सियासी गलियारों में ये भी चर्चा है कि आप के कई दिग्गज ये चाहते हैं कि स्वाति मालीवाल अपने पद से इस्तीफा दे दें।
सूत्रों के मुताबिक, अरविंद केजरीवाल सुप्रीम कोर्ट के वकील अभिषेक मनु सिंघवी को राज्यसभा भेजना चाहते हैं। इसके चलते केजरीवाल ने स्वाति मालीवाल से राज्यसभा की सदस्यता त्यागने के लिए भी कहा है। केजरीवाल ने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के द्वारा स्वाति मालीवाल को संदेश भिजवाया कि वो अपनी सीट छोड़ दें। कहा जा रहा है कि यही बात करने मालीवाल सीएम हाउस गईं थीं, जहां उनके साथ केजरीवाल के निजी सहयोगी विभव कुमार ने बदसलूकी की।
सूत्रों के मुताबिक, स्वाति मालीवाल को संदेशा भिजवाया गया है कि उनको पंजाब से राज्यसभा में भेजा जाएगा, क्योंकि आप को लगता है कि पंजाब से पार्टी के कोटे से राज्यसभा भेजे गए पूर्व क्रिकेटर हरभजन सिंह उच्च सदन से इस्तीफा देकर बीजेपी का दामन थाम सकते हैं तो ऐसे में उनकी जगह स्वाति को पंजाब से राज्यसभा में एडजस्ट किया जाएगा।
वहीं, आम आदमी पार्टी के नेता राघव चड्ढा इस समय सियासी माहौल से दूर हैं। इस मामले में अब तक उनका कोई भी औपचारिक बयान सामने नहीं आया है। जबकि दूसरी ओर आप नेता संजय सिंह ने विभव कुमार को दोषी मानते हुए कहा था कि उन पर एक्शन होगा। लेकिन, सौरभ भारद्वाज और आतिशी का कहना है कि विभव निर्दोष हैं।
कौन हैं स्वाति मालीवाल
दरअसल, स्वाति मालीवाल आप के राष्ट्रीय अध्यक्ष अरविंद केजरीवाल की बेहद करीबी मानी जाती हैं। उनका जन्म 15 अक्तूबर 1984 को हुआ, जोकि एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं। स्वाति को हमेशा से ही सामाजिक कार्यों में काफी रुचि रही, जिसके चलते वो टीचर बन गई थीं। उन्होंने गरीब बच्चों को पढ़ाना शुरू कर दिया था। काफी कम उम्र में ही उन्होंने इंडिया अगेंस्ट करप्शन आंदोलन में भाग लिया। इस आंदोलन के परिणामस्वरूप आम आदमी पार्टी (AAP) का गठन हुआ। स्वाति मालीवाल 2015 में दिल्ली महिला आयोग की प्रमुख बनीं। इसके बाद उन्होंने आप को ज्वाइन कर लिया। फिर 31 जनवरी को राज्यसभा के सदस्य के तौर पर शपथ ली।