वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को मोदी सरकार 3.0 का पहला बजट पेश किया। इस दौरान वित्तमंत्री ने कई बड़े ऐलान किए, जिसके बाद से ही अलग-अलग राजनीतिक दलों की प्रतिक्रिया भी सामने आने लगी है। जहां सत्ता पक्ष ने इस बजट का स्वागत किया तो विपक्ष ने इसमें तमाम खामियां गिनाईं। चलिए जानते हैं यूपी के नेताओं ने मोदी सरकार के बजट को लेकर क्या कुछ कहा…
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने बजट की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि यह एक “लोक कल्याणकारी बजट” है जो 140 करोड़ भारतीयों की आशाओं और आकांक्षाओं और ‘अमृतकाल’ के सभी संकल्पों को पूरा करेगा।
बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने इस बजट को देश के गरीबों, बेरोजगारों, किसानों, महिलाओं, हाशिए पर पड़े और उपेक्षित ‘बहुजनों’ (समुदायों) के लिए निराशाजनक करार दिया। जबकि, सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने बजट में बिहार और आंध्र प्रदेश को विशेष पैकेज देने पर तंज कसा। कहा कि ‘ये बजट भी नाउम्मीदगी का पुलिंदा है, शुक्र है इंसान जिंदा है।’
सपा नेता शिवपाल यादव ने कहा कि यह औसत, अर्थहीन, भ्रामक और दीर्घकालिक दृष्टि के अभाव वाला बजट है। देश के सर्वाधिक आबादी वाले सूबे को इस बजट ने निराश किया है। मैनपुरी सांसद डिंपल यादव ने कहा- बजट में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर कुछ होना चाहिए था, लेकिन इसमें कुछ भी नहीं है। किचन का ध्यान भी नहीं रखा गया। साथ ही सरकार मंहगाई के खिलाफ कोई कदम नहीं उठा रही है।