Nijjar Murder Case: कनाडा में खालिस्तानी अलगाववादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। कनाडा इस मामले में भारत पर आरोप लगाता रहा है, वहीं इस मामले पर भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने शनिवार को कहा कि कनाडा में जो कुछ भी हो रहा है वह ज्यादातर वहां की आंतरिक राजनीति के कारण है और इसका भारत से कोई लेना-देना नहीं है।
पत्रकारों से बातचीत के दौरान विदेश मंत्री ने कहा कि खालिस्तान समर्थकों का एक वर्ग कनाडा के लोकतंत्र का इस्तेमाल कर वहां एक लॉबी बना रहा है। वह एक वोट बैंक बन गया है। कनाडा में सत्तारूढ़ पार्टी के पास संसद में बहुमत नहीं है और कुछ दल खालिस्तान समर्थक नेताओं पर निर्भर हैं। उन्होंने कहा, हमने उन्हें कई बार समझाया है कि वे ऐसे लोगों को वीजा, वैधता या राजनीतिक स्थान न दें जो भारत-कनाडा रिश्ते के लिए भी समस्या पैदा कर रहे हैं।
विदेश मंत्री ने कहा कि कनाडा में सत्तारूढ़ दल के पास संसद में बहुमत नहीं है और कुछ दल खालिस्तान समर्थक नेताओं के भरोसे हैं। उन्होंने कहा कि भारत ने 25 लोगों के प्रत्यर्पण की मांग की, जिनमें से अधिकांश खालिस्तान समर्थक हैं लेकिन उन्होंने कोई ध्यान नहीं दिया।
कनाडा पुलिस ने खालिस्तान समर्थक आतंकी हरदीप सिंह निज्जर के कथित तीनों हत्यारों की पहचान उजागर करते हुए उनकी तस्वीरें जारी की हैं। इनकी पहचान करण बरार (22), कमलप्रीत सिंह (22) और करणप्रीत सिंह (28) के रूप में हुई है। ये तीनों भारतीय नागरिक हैं और कनाडा के एडमंटन में रहते हैं।
45 वर्षीय निज्जर की जून में बड़ी सिख आबादी वाले वैंकूवर उपनगर सरे में एक गुरुद्वारे के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इसके बाद से भारत और कनाडा के रिश्तों में तनाव आ गया है।