IFS Pujya Priyadarshini UPSC Success Story: यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा भारत की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक है। हर साल लाखों स्टूडेंट परीक्षा में बैठते हैं, लेकिन उनमें से कुछ ही सफल हो पाते हैं। आज हम जिस आईएफएस अधिकारी की कहानी आपको बताने जा रहे हैं, उन्होंने आईएफएस ऑफिसर बनने के लिए लाखों की नौकरी छोड़ दी। हम बात कर रहे हैं पूज्या प्रियदर्शनी के बारे में, जिन्होंने तीन बार असफल होने के बावजूद कोशिश नहीं छोड़ी और अंत में सिविल सेवा परीक्षा में 11वीं रैंक हांसिल की।
तीन बार मिली असफलता
आईएफएस पूज्या प्रियदर्शिनी को सिविल सेवा परीक्षा में तीन बार असफलता का सामना करना पड़ा था। इसके बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी और अपने प्रयास को जारी रखा। हालांकि, असफल होने पर कुछ समय के लिए उनका मनोबल टूट गया था। प्रियदर्शिनी ने UPSC की तैयारी छोड़ने का फैसला भी कर लिया था, लेकिन अपने मां-बाप के कहने पर उन्होंने फिर से पढ़ना शुरू किया।
2 साल तक नौकरी की
प्रियदर्शिनी ने दिल्ली से बी.कॉम की पढ़ाई की। इसके बाद न्यूयॉर्क के कोलंबिया यूनिवर्सिटी से पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। पढ़ाई पूरी करने के बाद 2 साल तक एक कंपनी में काम किया। जॉब में उन्हें लाखों की सैलरी मिल रही थी। नौकरी करते समय पूज्या प्रियदर्शिनी को अहसास हुआ कि वह नौकरी के लिए नहीं बनी हैं और उन्हें यूपीएससी की परीक्षा पास करनी है।
इंटरव्यू राउंड में रहीं असफल
पूज्या साल 2013 के अपने पहले प्रयास में असफल रहीं। इसके बाद उन्होंने अगला अटेंप्ट साल 2016 में दिया, जिसमें वह इंटरव्यू राउंड तक पहुंच पाईं, लेकिन दुर्भाग्यवश मेरिट लिस्ट में उनका नाम नहीं आया। अगली बार साल 2017 में वह फिर से परीक्षा में बैठीं, लेकिन इस बार भी वह असफल रहीं। उस समय प्रियदर्शिनी ने सोच लिया था कि वह अब सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी छोड़ देंगी।
यूपीएससी में हासिल की 11वीं रैंक
पूज्य प्रियदर्शिनी शुरू से ही एक मेधावी स्टूडेंट थीं। यूपीएससी परीक्षा में लगातार तीन बार असफल होने के बाद उन्होंने परीक्षा की तैयारी छोड़ने का फैसला कर लिया था। हालांकि परिवार वालों के समझाने पर उन्होंने फिर से पढ़ाई शुरू की और सिविल सेवा परीक्षा में 11वीं रैंक हासिल करके साल 2018 की सिविल सेवा परीक्षा पास की।