Kedarnath Yatra 2024: केदारघाटी में अतिवृष्टि के चलते हुए नुकसान और रेस्क्यू एवं बचाव कार्यों की समीक्षा करने मंगलवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी रुद्रप्रयाग पहुंचे। सीएम धामी ने संबंधित आधिकारियों और कर्मचारियों की जीएमवीएन रामपुर में समीक्षा बैठक की। इससे पहले उन्होंने प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण भी किया।
सीएम धामी ने कहा कि केदारनाथ धाम की यात्रा को पुनः संचालित करने पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है। बताया कि केदारनाथ धाम की यात्रा बुधवार से हैली के माध्यम से पुनः संचालित हो जाएगी। हैली सेवा के माध्यम से केदारनाथ दर्शन करने पहुंच रहे श्रद्धालुओं को किराए में 25 प्रतिशत छूट देने की घोषणा करते हुए कहा कि इसका वहन राज्य सरकार द्वारा किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि अतिवृष्टि से 29 स्थानों पर भूस्खलन की चपेट में आने से पैदल एवं सड़क मार्ग कटा हुआ है। इसके अतिरिक्त पेयजल व विद्युत की लाइनों सहित बड़ी मात्रा में सरकारी संपत्तियों को भी नुकसान पहुंचा है। कुछ स्थानों पर दूरसंचार की सेवाएं भी बाधित हुई हैं। रिकॉर्ड समय में 12 हजार से अधिक यात्री एवं स्थानीय लोगों को रेस्क्यू किया गया है।
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सीएम धामी ने कहा कि रेस्क्यू अभियान लगभग पूर्ण हो चुका है। इसके बाद सरकार व जिला प्रशासन का अतिवृष्टि से प्रभावित हुए जनजीवन व प्रभावित क्षेत्र और जो सड़क मार्ग भूस्खलन की चपेट में आए हैं, उन्हें दुरुस्त करने पर जोर है। इसके साथ-साथ वैकल्पिक मार्गों पर भी फोकस किया जा रहा है। इसके अलावा राज्य सरकार भी पूरे घटनाक्रम पर पैनी नजर रखे हुए है।
पुलिस महानिरीक्षक SDRF रिधिम अग्रवाल के कुशल दिशा निर्देशन और SDRF के सेनानायक मणिकांत मिश्रा के नेतृत्व में केदारघाटी में लगातार रेस्क्यू कार्य चल रहा है। अभी तक 6,242 से अधिक लोगों को पैदल मार्ग पर रेस्क्यू किया जा चुका है। मंगलवार को इंस्पेक्टर कर्ण सिंह के हमराह SDRF की 3 टीमों ने रेस्क्यू कार्य करते हुए मुनकटिया से 242 यात्रियों को रेस्क्यू कर सोनप्रयाग पहुंचाया। इंस्पेक्टर अनिरुद्ध भंडारी के हमराह SDRF की एक सब टीम सिरसी हेलीपैड पर रेस्क्यू कार्य कर रही है। इसके अतिरिक्त एक टीम द्वारा गौरीकुंड व लिनचोली में ड्रोन से सर्चिंग अभियान जारी है।