Vegatable Price Hike: आपके खाने को स्वादिष्ठ बनाने वाली सब्जियों के दामों में आग लग गई है। आलू, प्याज, खीरा और लौकी के साथ ही कई अन्य सब्जियों के रेट ने लोगों की टेंशन बढ़ा दी है, क्योंकि इनके दाम आसमान छूने लगे हैं। जी हां, आलम यह है कि 20 या 30 रुपये प्रति किलो मिलने वाली सब्जियां अब 50 से 60 रुपये प्रति किलो मिल रही हैं, जिसके बाद से लोगों को लग रहा है कि यह महंगाई कहीं उनकी जान तो नहीं ले लेगी। चलिए जानते हैं आखिर इसके पीछे का कारण क्या है…
दरअसल, ऊपर तपता सूरज और नीचे बढ़ती महंगाई ने आम आदमी की हालल खस्ता कर दी है। भीषण गर्मी के कारण सब्जियों की कीमत भी बेतहाशा बढ़ने लगी है। आलू, प्याज, टमाटर, नींबू, मिर्च, धनिया सब महंगा हो गया है। टमाटर के दाम तो हफ्तेभर में ही दोगुने हो गए हैं। आलू-प्याज की कीमतें भी आसमान छू रही हैं और ग्राहक हो या दुकानदार सब महंगाई से परेशान हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक, नवंबर 2023 के बाद से खाद्य महंगाई दर 8 फीसदी के ऊपर बनी हुई है। एक साल में ही ये लगभग तीन गुना बढ़ गई है। मई 2023 में 2.91% थी, जो मई 2024 में बढ़कर 8.69% हो गई।
वहीं, मई 2024 में CFPI 8.69% था, जिससे साफ होता है कि एक साल पहले जो सामान खरीदते थे, अब वही खरीदने के लिए 8.69% ज्यादा खर्च करना पड़ रहा है। उदाहरण के तौर पर समझे तो अगर एक साल पहले खाने का कोई सामान खरीदने के लिए आप 177.2 रुपये खर्च थे, तो अब उतना ही सामान खरीदने के लिए आपको 192.6 रुपये देने पड़ रहे हैं।
महंगा क्यों हो रहा है खाना?
आपकी थाली महंगी हो रही है, जिसके पीछे कई कारण हैं। एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि फूड एक्सपोर्ट पर रोक और इम्पोर्ट पर टैरिफ कम करने का भी कुछ खास फायदा नहीं दिखा। बीते साल कई इलाकों में सूखा पड़ा था और इस साल ज्यादातर राज्यों में गर्मी ने कहर बरपाया, जिस कारण दालें, सब्जियां और अनाज जैसी खाद्य पदार्थों की सप्लाई में काफी कमी आई, जिस कारण महंगाई बढ़ी है।