Water Crisis In Chhatarpur: ‘जल ही जीवन है’, इस वाक्य को हम बचपन से सुनते आए हैं। जल के बिना जीवन की कल्पना करना असंभव है, लेकिन मध्य प्रदेश के छतरपुर में एक गांव ऐसा है, जहां लोग साफ पानी के लिए तरस रहे है। दरअसल, बढ़ते तापमान के कारण यहां का जलस्तर नीचे चला गया है, जिसके कारण इस समस्या का सामना गांव वालों को करना पड़ रहा है। बुन्देलखण्ड में भी कुछ ऐसे ही हालात हैं। गांव वालों ने बताया कि वे वर्षों से यह यमस्या झेल रहे हैं।
छतरपुर के गांव महरखुवा में लोगों को पानी की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। यहां रहने वाले लोगों को पानी लाने के लिए बहुत दूर जाना पड़ता है, क्योंकि गांव में लगा हैंडपंप एक सप्ताह से खराब है और तालाब का जल स्तर भीषण गर्मी के कारण काफी नीचे चला गया है। गांव में रहने वाले लोगों का कहना है कि नेता यहां वोट मांगने तो आते हैं, लेकिन उनकी समस्या की सुनवाई कोई नहीं करता है।
महरखुवा गांव के निवासी गजराज सिंह कहते हैं, ‘यहां पानी की कोई व्यवस्था नहीं है. यह इलाका जल संकट से जूझ रहा है। नेता यहां वोट मांगने आते हैं, लेकिन हमारे लिए कोई इंतजाम नहीं करता। यह समस्या कई वर्षों से बनी हुई है…’
बढ़ते तापमान के बीच, बुन्देलखण्ड क्षेत्र में जल संकट गहराने से स्थानीय लोग साफ पानी के लिए तरस रहे हैं। उन्हें मजबूरी में तालाब का गंदा पानी पीना पड़ता है। इसके लिए भी गांव वालों को अपने घर से कई किलोमीटर दूर पानी भरने के लिए जाना पड़ता है। प्रशासन भी इस समस्या का कोई निवारण नहीं कर रहा है।