UK Elections: ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक, कंजरवेटिव पार्टी से ताल्लुक रखते हैं। कंजरवेटिव पार्टी यहां बीते 14 सालों से सत्ता पर काबिज है। पार्टी के राजनीतिक सफर की अगर बात करें तो साल 2010 के आम चुनावों में कंजरवेटिव पार्टी को जीत मिली, जिसके बाद डेविड कैमरन प्रधानमंत्री बने। जबकि, साल 2015 में कैमरन की पार्टी को जीत मिली और वे पीएम बने, लेकिन उन्हें इस्तीफा देना पड़ा। इसके बाद 2016 में टेरेसा मे प्रधानमंत्री बनीं। टेरेसा के तीन साल तक पद सम्भालने के बाद 2019 में बोरिस जॉनसन पीएम बने।
बोरिस जॉनसन कुछ ही समय तक पीएम पद पर रह सकें। उनके बाद लिज ट्रस प्रधानमंत्री बनीं। हालांकि, वे सिर्फ 50 दिन तक ही अपने पद पर रहीं। उनकी जगह ऋषि सुनक ब्रिटेन के पीएम बने।
ब्रिटेन में हुए आम चुनाव (UK Elections) के बाद जारी एग्जिट पोल में केर स्टार्मर के नेतृत्व वाली लेबर पार्टी को प्रचंड बहुमत के साथ सत्ता में वापसी करते हुए दिखाया गया है। बीबीसी-इप्सोस के मुताबिक, लेबर पार्टी को 650 सांसदों वाले हाउस ऑफ कॉमन्स में 410 सीटें मिल सकती हैं, जो कि बहुमत के लिए जरूरी 326 सीटों से अधिक है। एग्जिट पोल में कंजरवेटिव पार्टी को सिर्फ 131 सीटें मिलने की बात कही गई है।
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इसके अलावा, YouGov के मुताबिक, लेबर पार्टी को 431, जबकि कंजरवेटिव पार्टी को 102 सीटें मिलेंगी। यानी दोनों एग्जिट पोल में लेबर पार्टी के सत्ता में आने की संभावना व्यक्त की गई है। वहीं, हार की संभावना को देखते हुए प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने इस्तीफे का एलान किया है।
UK Elections: 1906 के बाद कंजरवेटिव पार्टी को मिलेगी सबसे बुरी हार
एग्जिट पोल्स के नतीजे अगर सही साबित हुए तो यह कंजरवेटिव पार्टी की 1906 के बाद सबसे बुरी हार होगी। उस समय कंजरवेटिव पार्टी को 156 सीटों पर जीत मिली थी। इस चुनाव में लिबरल डेमोक्रेट्स पार्टी को 72 सीटें और रिफॉर्म यूके पार्टी को तीन सीटें मिलने का अनुमान है।
UK Elections: यूनाइटेड किंगडम कितने देशों से मिलकर बना है?
यूनाइटेड किंगडम इंग्लैंड, वेल्स, स्कॉटलैंड और उत्तरी आयरलैंड से मिलकर बना है। यूके में कुल 650 निर्वाचन क्षेत्र हैं। इनमें 533 सीटें इंग्लैंड, 56 सीटें स्कॉटलैंड, 40 सीटें वेल्स और 18 सीटें आयरलैंड में हैं। हालांकि, इन देशों की अपनी खुद की सरकार भी होती है।