UP News: किर्गिस्तान में इन दिनों हिंसा का माहौल बना हुआ है। यहां स्थानीय नागरिक अन्य देशों से आए लोगों पर हमला कर रहे हैं। भारत से भी बड़ी संख्या में छात्र किर्गिस्तान में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे हैं। इसमें यूपी के कई छात्र शामिल हैं। हिंसा की खबरों ने स्टूडेंट्स के परिजनों की चिंता बढ़ा दी है। घर वाले अपने बच्चों की सलामती की दुआ कर रहे हैं और उनकी वतन वापसी को इंतजार कर रहे हैं।
यूपी के कई छात्र किर्गिस्तान में फंसे
यूपी के आजमगढ़ जिले के कई छात्र किर्गिस्तान में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे हैं। इसमें निजामाबाद थाना क्षेत्र के सुराई गांव के दो, चकिया हुसैनाबाद के एक, सरायमीर खरेवां मोड़ के एक व बिलरियागंज क्षेत्र के दो छात्र शामिल हैं। परिजनों के मुताबिक, निजामाबाद के सुराई निवासी मो. आतिफ, अबु होरैरा व चकिया हुसैनाबाद निवासी युसूफ को भारत वापस आने के लिए टिकट मिल गया है। ये तीनों 29 मई को तीनाें लौट रहे हैं। अन्य छात्र भी हिंसाग्रस्त किर्गिस्तान से घर वापस आने की कोशिश में लगे हुए हैं।
हॉस्टल में सुरक्षित हैं हम: आतिफ
वाट्सएप कॉल के जरिए सुराई निवासी आतिफ ने अपने परिवार वालों को बताया कि यहां 13 मई से हिंसा का माहौल है। शुरुआत में सिर्फ पाकिस्तानी छात्रों के साथ हिंसा की जा रही थी। अब यहां हर विदेशी पर हमला किया जा सकता है। हम अभी हॉस्टल में सुक्षित हैं। हमें बाहर निकलने नहीं दिया जा रहा है।
आतिफ ने बताया जिले के कितने छात्र यहां फंसे हो सकते हैं, इस बात की जानकारी नहीं है, लेकिन मैं, अबु होरैरा और युसूफ एक साथ हैं। हम सब 15 फरवरी 2023 को यहां पढ़ाई करने आए थे। यहां हालात बिगड़ने की वजह से हम 29 मई को भारत वापस आ रहे हैं। हमारे टिकट भी हो चुके हैं।
अभी खाने-पीने की भी कोई दिक्कत नहीं: डॉ. इरफान
सुराई गांव निवासी डॉ. इरफान ने बताया कि किर्गिस्तान में फंसे छात्रों के साथ उनकी लगातार बातचीत हो रही है। छात्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, अभी वहां खाने-पीने की कोई कमी नहीं है और छात्र पूरी तरह से सुरक्षित हैं। इस स्थिति में बच्चों को घर लौटना सही है। वहां हालात ठीक होने पर बच्चों को भेजने के बारे में सोचा जा सकता हैं।