State Highway National Highway Expressway: भारत में तेजी से सड़कों का निर्माण हो रहा है। इसमें स्टेट हाईवे, नेशनल हाईवे और एक्सप्रेसवे शामिल हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इन तीनों में क्या अंतर है और इनकी सड़कें कैसी दिखती हैं? अगर नहीं, तो कोई बात नहीं। आइए, जानते हैं…
स्टेट हाईवे (State Highway)
स्टेट हाईवे किसी राज्य की सीमा के अंदर बने होते हैं। ये विभिन्न शहरों और जिलों को आपस में जोड़ते हैं। इनको राज्य सरकार बनवाती है। अगर आप किसी सड़क पर चल रहे हैं और माइलस्टोन पर हरा रंग दिखाई देता है तो इसका मतलब है कि आप स्टेट हाईवे पर चल रहे हैं।
नेशनल हाईवे (National Highway)
नेशनल हाईवे देश के राज्यों और शहरों को एक-दूसरे से जोड़ते हैं। इस समय कुल 228 नेशनल हाईवे हैं, जिनकी कुल लंबाई 1,31,326 किमी है। इस पर दोपहिया वाहन 80 किमी प्रति घंटे और कारें 100 किमी प्रति घंटे की अधिकतम गति से चल सकती है। सबसे लंबा नेशनल हाईवे NH 44 है, जो श्रीनगर से कन्याकुमारी तक जाती है। इसकी कुल लंबाई 3745 किमी है। सबसे छोटा नेशनल हाईवे NH 47A है।
एक्सप्रेसवे (Expressway)
देश में इस समय 4000 किमी से ज्यादा लंबे एक्सप्रेसवे हैं। इनमें पूर्वांचल एक्सप्रेसवे, लखनऊ-आगरा-एक्सप्रेसवे, द्वारका एक्सप्रेसवे, मुंबई-नागपुर एक्सप्रेसवे, अहमदाबाद-धोलेरा एक्सप्रेसवे, दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेसवे, रायपुर-विशाखापट्टनम एक्सप्रेसवे और नर्मदा एक्सप्रेसवे आदि शामिल हैं। देश में सबसे लंबा एक्सप्रेसवे पूर्वांचल और लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे है। कुछ एक्सप्रेसवे ऐसे हैं, जिन पर लड़ाकू विमान भी उतारे जा सकते हैं। आमतौर पर एक्सप्रेसवे की चौड़ाई 6 से 8 लेन होती है। एक्सप्रेसवे पर वाहन अधिकतम 120 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से चल सकते हैं। इस पर दोपहिया और तिपहिया वाहनों की एंट्री बैन है।
जिला स्तरीय सड़कें
स्टेट हाईवे, नेशनल हाईवे और एक्सप्रेसवे के अलावा, जिला स्तरीय सड़कें भी होती हैं। ये सड़कें तहसीलों और ग्रामीण इलाकों को जिला मुख्यालय से जोड़ती हैं। ये हाईवे की तुलना में कम चौड़ी होती हैं। अगर सड़क किनारे लगा माइलस्टोन नीला या काला रंग का दिखाई दे तो इसका मतलब है कि आप जिला स्तरीय सड़कों पर चल रहे हैं।